एकनाथ शिंदे का जीवनी | Eknath Shinde Biography in Hindi | village, education, family, property, son death - Gyani Bauaa

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एकनाथ शिंदे का जीवनी (जीवन परिचय, जन्म तारीख, गाँव, उम्र, परिवार, पत्नी, बेटा, शिक्षा, राजनीतिक करियर, पार्टी, विवाद, संपत्ति, धर्म, जाती, लेटैस्ट न्यूज़) Eknath Shinde Biography in Hindi ( jivani, date of birth, age, village, family, wife, son, education, political career, party, controversy, property, net worth, religion, caste, latest news)

पिछले कुछ दिनों से लगातार अखबारों और टीवी चैनलों में छाए एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के साथ-साथ भारत का भी सबसे चर्चित चेहरा बन गए हैं। इसकी वजह एकनाथ शिंदे की शिवसेना पार्टी के खिलाफ बगावत और 30 से ज्यादा विधायक का समर्थन मिलना है। साल 2022 जून महिने के अंत में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पार्टी की सरकार गिराने की पूरी कोशिश, जिस में उन्होने फ्लोर टेस्ट करने की बाती की, और इसमें वह सफल भी रहे। 


फ्लोर टेस्ट से पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उदय ठाकरे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया फिर एकनाथ शिंदे ने 30 से जायदा विधायकों और बीजेपी से गटबंदन कर के 30 जून 2022 को महाराष्ट्र के नए सीएम के रूप में कुर्सी सम्हाली। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि 'कौन हैं एकनाथ शिंदे' तो आइए जानते हैं 'Eknath Shinde ki jivan Parichay' तो लेख पूरा पढ़िए इस लेख में इनके जीवन के बारे में विस्तार से बताया गया है।

कौन हैं एकनाथ शिंदे तो आइए जानते हैं Eknath Shinde ki jivan Parichay तो लेख पूरा पढ़िए इस लेख में इनके जीवन के बारे में विस्तार से बताया गया है।
Eknath Shinde Biography 

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एकनाथ शिंदे का जीवन परिचय (Eknath Shinde Bio, wiki, jivani)

पूरा नाम: 

संभाजी एकनाथ शिंदे

जन्म तिथि:

9 फरवरी 1964

आयु:

58 साल (2022 तक)

जन्म स्थान:

मुंबई (महाराष्ट्र)

शिक्षा योग्यता :    

कला स्नातक (बीए) की डिग्री

स्कूल का नाम: 

न्यू इंग्लिश हाई स्कूल ठाणे महाराष्ट्र 

कॉलेज का नाम:

वाशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र

धर्म:

हिन्दू

जाति:

पाटीदार

पेशा:  

राजनीतिज्ञ

राजनीतिक दल: 

शिवसेना

राशि:    

कुंभ राशि

आँखों का रंग:    

काला

बालो का रंग:

काला

वजन:

67 किग्रा

वैवाहिक स्थिति:

विवाहित

शौक:

फिल्में देखना और किताबें पढ़ना

संपत्ति:

7.82 करोड़ रूपए 

गृहनगर:

मुंबई (महाराष्ट्र)

नागरिकता:

भारतीय

एकनाथ शिंदे का परिवार (Eknath Shinde family)

एकनाथ शिंदे की माता का नाम गंगूबाई शिंदे है। उनके पिता का नाम संभाजी नवालु शिंदे था। इसके अलावा उनकी पत्नी का नाम लता शिंदे है और उनका एक बेटा है जिनका नाम श्रीकांत शिंदे है।

पिता जी का नाम:

संभाजी नवालु शिंदे

माता जी का नाम:

गंगूबाई शिंदे

पत्नी का नाम:

लता शिंदे

बेटा का नाम:

श्रीकांत शिंदे

बेटी का नाम:

–  (नही है)

शिंदे ने खोया अपना परिवार (Eknath Shinde son death)

वर्ष 2000 में 2 जून का दिन एकनाथ शिंदे के लिए बेहद दुखद था। दरअसल, इसी दिन वह अपने 11 साल के बेटे दीपेश और 7 साल की बेटी शुभदा के साथ महाराष्ट्र के सतारा जिले में घूमने गए थे और बोटिंग के दौरान एक भयानक हादसा हो गया। इस हादसे में उनका बेटा और बेटी पानी में डूब गए। इस तरह साल 2000 उनके लिए बेहद दुखद रहा। हालांकि, वर्तमान समय में उनके साथ एक बेटा भी है।

एकनाथ शिंदे का प्रारंभिक जीवन  (Eknath Shinde Early Life)

वर्तमान समय में महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चा का केंद्र बने एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को भारतीय राज्य महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम संभाजी नवलू शिंदे और माता का नाम गंगूबाई शिंदे है। एकनाथ शिंदे जी की शादी लता शिंदे से हुई है जो एक बिजनेस वुमन हैं। उनका एक बच्चा है, जिसका नाम श्रीकांत शिंदे है।

  • जब उनका जन्म हुआ तो उनके परिवार में काफी गरीबी थी और 16 साल की उम्र में उन्होंने अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहारा देने के लिए ऑटो रिक्शा चलाना शुरू किया और लंबे समय तक ऑटो रिक्शा चलाते रहे। इसके साथ ही वह पैसे कमाने के लिए शराब बनाने वाली एक फैक्ट्री में भी काम करने लगा था।
  • कहा जाता है कि 1980 के आसपास बाल साहेब ठाकरे के भाषण और उनके विचारों से प्रभावित होकर एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पार्टी में शामिल हो गए थे। यह वह समय था जब भारत में शिवसेना ही एकमात्र ऐसी पार्टी थी जो कट्टर हिंदुत्व के मुद्दे के लिए दुनियां भर में जानी जाती थी।
  • भाजपा से भी ज्यादा कट्टर हिंदुत्व नेता शिवसेना में थे। 2004 में, एकनाथ शिंदे को पहली बार विधायक बनने का अवसर मिला और बाला साहेब ठाकरे की मृत्यु के बाद, वह जल्दी से महाराष्ट्र राज्य में एक कट्टर हिंदूवादी नेता के रूप में उभरे।
  • हालांकि, पिछले एक-दो साल से उद्धव ठाकरे और उनके बेटे एकनाथ शिंदे से ज्यादा पार्टी में बढ़े और यही वजह रही कि एकनाथ शिंदे पार्टी से नाराज हो गए। देखा जाए तो एकनाथ शिंदे एक नेता के तौर पर ही पार्टी में रह गए, उन्हें ज्यादा अहमियत नहीं दी गई।

एकनाथ शिंदे की शिक्षा योग्यता (Eknath Shinde Education)

एकनाथ शिंदे को उनकी माता जी ने ठाणे शहर के न्यू इंग्लिश हाई स्कूल में दाखिला करवाया था हालाँकि, वह अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी नहीं कर सके और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बीच में ही छोड़ दी और फिर अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहारा देने के लिए ऑटो रिक्शा चलाना शुरू कर दिया। इस समय वह 16 वर्ष के थे। 

  • 1980 के दशक के आसपास, एकनाथ शिंदे ने बाला साहेब ठाकरे और शिवसेना पार्टी के ठाणे जिला प्रमुख आनंद दीघे से मुलाकात की और इस तरह शिवसेना पार्टी में शामिल हो गए।
  • 2014 में भाजपा और शिवसेना की गठबंधन सरकार बनने के बाद उन्हें मंत्री पद मिला और उसके बाद उन्होंने पुनः शिक्षा के उद्देश्य से वसंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया और यहीं से मराठी और राजनीति विषय में कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 

एकनाथ शिंदे का राजनीति में प्रवेश 

एकनाथ शिंदे को शिवसेना पार्टी में शामिल होने की प्रेरणा शिवसेना के मजबूत नेता आनंद दिघे से मिली। आनंद दिघे से प्रभावित होकर, एकनाथ शिंदे ने सबसे पहले पार्टी में शिवसेना के शाखा प्रमुख के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और ठाणे नगर निगम के नगरसेवक भी बने।


हालांकि कुछ साल बाद एकनाथ शिंदे समय के दुष्चक्र में बुरी तरह फंस गए। दरअसल, उनके बेटे और बेटी की मौत हो गई, जिसके बाद एकनाथ शिंदे के दिमाग में राजनीति छोड़ने का ख्याल आने लगा। हालांकि इस बुरे वक्त में आनंद दिघे ने एकनाथ शिंदे को काफी सांत्वना दी और उन्हें राजनीति में बने रहने को कहा.

शिंदे को मिली गुरु की राजनीतिक विरासत

26 अगस्त 2001 को शिंदे के राजनीतिक गुरु आनंद की मृत्यु एक दुर्घटना में हो गई। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि आनंद दिघे की मौत एक्सीडेंट से नहीं हुई बल्कि राजनीतिक कारणों से उनकी हत्या की गई।


आनंद की मृत्यु के बाद, ठाणे क्षेत्र में शिवसेना का वर्चस्व कम होने लगा और इस तरह पार्टी ने ठाणे क्षेत्र में शिवसेना के वर्चस्व को बनाए रखने के लिए एकनाथ शिंदे को कमान सौंप दी। इस तरह एकनाथ शिंदे ने अपने काबिलियत के दम पर ठाणे इलाके में पार्टी का झंडा फहराया.

एकनाथ शिंदे का करियर (Eknath Shinde career)

महज 16 साल की उम्र से ही एकनाथ शिंदे ने अपने परिवार को आर्थिक सहायता देने के लिए ऑटो चलाना शुरु कर दिया था, साल 1980 में एकनाथ शिंदे ने बाला साहब ठाकरे की पार्टी शिवसेना में शामिल हो गया थे यहीं से उनकी राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई

  • साल 1997 में उन्हें पहली बार पार्षद बनने का मौका मिला। पहली बार वे ठाणे नगर निगम से पार्षद बने।
  • वह सदन के नेता के पद के लिए वर्ष 2001 में ठाणे नगर निगम के लिए चुने गए थे।
  • उन्होंने वर्ष 2002 में एक बार फिर ठाणे नगर निगम का पद जीता।
  • एकनाथ शिंदे 2004 में महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए थे।
  • वर्ष 2005 में, उन्हें शिवसेना पार्टी द्वारा ठाणे जिला प्रमुख के पद पर नियुक्त किया गया था।
  • वर्ष 2009 में, एकनाथ शिंदे एक बार फिर महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए।
  • एकनाथ शिंदे वर्ष 2014 में महाराष्ट्र विधानसभा के लिए फिर से चुने गए।
  • एकनाथ शिंदे अक्टूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे।
  • साल 2014 से साल 2019 तक वे महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे।
  • वर्ष 2014 से वर्ष 2019 तक वे ठाणे जिले के संरक्षण मंत्री भी रहे।
  • उन्हें वर्ष 2018 में शिवसेना पार्टी का नेता नियुक्त किया गया था।
  • उन्हें वर्ष 2019 में महाराष्ट्र राज्य सरकार में लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बनाया गया था।
  • साल 2019 में वे चौथी बार महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए।
  • उन्हें वर्ष 2019 में शिवसेना के विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया था।
  • वर्ष 2019 में, 28 नवंबर को, उन्होंने महा विकास अघाड़ी के तहत कैबिनेट मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया।
  • एकनाथ शिंदे को वर्ष 2019 में शहरी विकास एवं लोक निर्माण मंत्री बनने का अवसर मिला।
  • वर्ष 2019 में वे गृह मंत्री बने और वर्ष 2020 में उन्हें ठाणे जिले का संरक्षक मंत्री बनाया गया।

शिवसेना पार्टी में बगावत की वजह

पिछले कुछ समय से शिवसेना पार्टी पर अपने मूल सिद्धांतों से भटकने का आरोप लगाया जा रहा है। लोगों का कहना है कि शिवसेना पार्टी अब हिंदुत्व पार्टी नहीं रही। अब यह एक अन्य धर्म का समर्थक पार्टी बन गई है। ऐसे में लोगों का शिवसेना पार्टी से मोहभंग हो रहा है. इन लोगों में शिवसेना पार्टी के विधायक भी शामिल हैं. 


वहीं यह भी कहा जा रहा है कि पिछले कुछ सालों से न तो शिवसेना पार्टी के मौजूदा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा कोई बड़ी बैठक आयोजित की गई है और न ही वह अधिक विधायकों से मिलते हैं। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि उद्धव ठाकरे सिर्फ नाम के सीएम हैं, लेकिन एनसीपी के शरद पवार सरकार चला रहे हैं. ऐसे में एकनाथ शिंदे लगातार विधायकों से मिले और उनसे मिलते रहे और उनकी समस्या का समाधान करने का प्रयास किया।


इस तरह एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायकों का विश्वास जीत लिया और समय आने पर उन्होंने पार्टी से बगावत कर दी। अब स्थिति यह है कि एकनाथ शिंदे के पास इतने विधायक हैं कि वह आसानी से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (CM) बन सकते हैं।

मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde becomes Chief Minister)

शिवसेना पार्टी से बगावत करने के बाद उनके पक्ष में कई विधायक आ गए महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का फ्लोर टेस्ट के लिए कहा, लेकिन उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। फिर एकनाथ शिंदे ने 30 जून 2022 को महाराष्ट्र के नए सीएम बन गए।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे रोचक तथ्य (C M Eknath Shinde Interesting Facts)

  • एकनाथ शिंदे जी महज 16 साल के उम्र से ही अपने परिवार के भरण पोषण करने के लिए ऑटो चलाते थे उन्हीं से उनका फैमली का आजीविका चलता था।
  • किसी करण के वजहें इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अधूरी छोड़ दिया था फिर 2014 में मंत्री पद मिलने के बाद उन्होंने पुनः अपनी शिक्षा पूरी करने हेतु वसंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय में दाखिला लिया जहा से कला स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
  • साल 2000 में महाराष्ट्र के सतारा जिले में अपने परिवार के साथ घूमने गए थे एकनाथ शिंदे जहा बोटिंग के दौरान एक भयानक हादसा हो गया। जिसमें अनेक 11 साल के बेटे दीपेश और 7 साल की बेटी शुभदा की मृत्यु डूमने से हो गया।
  • एकनाथ शिंदे ने साल 1980 में बाला साहब ठाकरे की पार्टी शिवसेना में शामिल हुए थे यहीं से उनकी राजनीतिक करियर प्रारंभ हुआ था।
  • साल 2022 में उन्होंने शिवसेना पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाप बगावत कर दिया उनका कहना था कि उद्धव ठाकरे जी बाला साहेब ठाकरे की पदचिहो पर नही चल रहे है।
  • शिवसेना पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बगावत में एकनाथ शिंदे को  30 से भी अधिक शिव सैनिक विधायकों का समर्थन मिला।
  • वर्ष 2022 में शिवसेना पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे दिया उसके बाद 30 जून 2022 को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। 

एकनाथ शिंदे की संपत्ति (Eknath Shinde Net Worth)

साल 2019 की मिली रिपोर्ट के मुताबिक एकनाथ शिंदे के पास फिलहाल करीब 7 करोड़ 82 लाख रुपये की संपत्ति है. उनके बैंक में जमा धन ₹2,81000 है। वहीं, उनके पास नकद के रूप में ₹32,64,760 रूपये है। इसके अलावा उनके पास बांड और डिबेंचर समेत ₹30,591 रुपये हैं।


इसके अलावा उनके पास एलआईसी और अन्य पॉलिसियों को मिलाकर कुल ₹50,08,930 रुपए हैं। इसके अलावा उनके पास मोटर और विभिन्न गहनों सहित ₹80,00,000 रुपये से अधिक की संपत्ति है। उनके पास उपलब्ध सारी जमीन की कीमत लगभग ₹2,80,000 है। उनके पास ₹30,00,000 रुपये की व्यावसायिक संपत्ति है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल FAQ’s


प्रश्न: एकनाथ शिंदे कौन है?


उत्तर: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री।


प्रश्न: एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कब बने। 


उत्तर: 30 जून 2022


प्रश्न: एकनाथ शिंदे पहली बार विधायक कब बने?


उत्तर: साल 2004 में


प्रश्न: एकनाथ शिंदे के राजनीतिक गुरु कौन थे?


उत्तर: आनंद दीघे


प्रश्न: एकनाथ शिंदे का जन्म कब और कहां हुआ है?


उत्तर: 9 फरवरी 1964 महाराष्ट्र मुंबई 


अंतिम शब्द –

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