Maithili Anmol Vachan: नमस्कार मित्रगण, एहि पोस्ट में हम बहुत नीक से नीक आ बेहतरीन "मैथिली अनमोल वचन" ल क आयल छी। जै याहि जिवान के लेल अनमोल अछि, जँ अहाँ एहि नीक विचार केँ पढ़ब तँ निश्चित रूपसँ एहि सभसँ प्रेरित होयब, एतह लिखल गले मैथिली अनमोल वचन महापुरुष द्वारा कहल गेल अछि, त हम आशा करैत छी जे ई अनमोल वचन अहाँ सब के जरूर नीक लागत। त आउ "प्रेरणादायक मैथिली विचार" जनैत छी - Best Maithili Anmol Vachan, Latest Maithili Anmol Vachan, अच्छे अनमोल वचन मैथिलि में, मैथिलि साहित्य विचार
Best Maithili Anmol Vachan |
मैथिली अनमोल वचन (Anmol Vachan in Maithili)
पोखेर में पानि रहला पर माछ चींटी के खा जाइत अछि | आ जखन पोखेर मे पानि नहि रहैत अछि तखन चींटी माछ के खा जाइत अछि | सबके मौका भेटैत छैक, बस अपन बारी के इंतजार करू।
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लोक कहैत अछि जे सदिखन पाइ संगे राखू, कारण जखन अधलाह समय आओत तखन पाइ काज आबि जायत। | मुदा हम कहैत छी, भगवान पर विश्वास राखू, अधलाह समय कहियो आओत।
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Maithili Anmol Vachan |
जे व्यक्ति हारबाक डर सँ कहियो आगू नहि बढ़ैत अछि, ओ व्यक्ति जीवन मे कहियो सफल नहि भ सकैत अछि।
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जीवन मे कखनो काल कोनो बात स डर होइत अछि, तेँ अहाँ ओकरा अपना पर हावी नहि होमय दियौक, बल्कि ओकरा पर प्रहार क के नष्ट करबाक चाही।
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प्रेरणादायक मैथिली अनमोल वचन (Motivation Maithili Anmol Vachan)
एहि दुनियाँ मे कोनो पैघ काज करबाक लेल अहाँ केँ सौ साल जीबाक आवश्यकता नहि अछि, मात्र एक दिन मे एहन काज करू जे पुरा दुनिया सौ साल धरि याद रखत।
मनुक्खक असली चरित्र सोझाँ तब अबैत अछि, जखन ओ नशा मे धुत्त भ' जाइत छथि, तखन व नशा पाइक हो या पदक रूपक या चाहे शराबक।
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पहिल बेर झूठ बाजब आसान होइ अछि,| मुदा बाद मे परेशानी दैत अछि, |सत्य पहिल बेर कहब कठिन होइ अछि, | मुदा बाद मे मात्र आराम दैत अछि।
मैथिली अनमोल वचन |
फूलो के भोर तक नै पता चलै छै, कि हमरा मन्दिर जेबाक अछि या कब्र पर, तहिलेल जिंदगी जेहन होइ, मुदा हरदम सुख रहबाक चाही।
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मैथिली में अनमोल वचन (Latest Anmol Vachan in Maithili)
दू हाथ स पचास गोटे के नहि मारि सकैत छी, | मुदा दू हाथ जोड़कर हम करोड़ों लोक क दिल जीत सकैत छी।
कियो पुछलक जे एहि संसार मे अहाँक अपन के अछि, | हम हँसैत कहलियनि जे अगर समय सही अछि तेँ सभ कियो हमर अछि, नहि त' कोई नहि।
पानि कतबो गरम करू, किछु काल बाद,ओ अपन मूल स्वभाव मे ठंढा भ' जाइत छथि, | तहिना हम सभ कतबो तमसाएल रही, |किछु काल मे हम सब सेहो अपन मूल स्वभाव मे वापस आबि जाइत छी।
जतय अहाँक बातक कोनो मोल नहि, | ओतय चुप रहब हि नीक होइ छै।
बेस्ट मैथिली अनमोल वचन (Best Maithili Anmol Vachan Status)
स्वयं केँ सलाई के तीली जकाँ नहि बनाउ, |जे कनिको घर्षण सँ प्रज्वलित भ' जाइत अछि, |तहिलेल अपना केँ शान्त सरोवर जकाँ बनाउ, | जाहि मे भले कियो अंगारी फेकय, ओहो बुझि जाइत अछि।
Maithili Anmol Vachan Status |
गाछक नीचा राखल भगवानक टूटल मूर्ति देखि हम बुझलहुँ, |किछुओ होउ, अपना केँ कहियो टूटय नहि दियौक |नहि तऽ ई संसार टूटला पर भगवान केँ घर सँ बाहर भगा सकैत अछि, |तखन हमर सभक की हैसियत।
ताकत सदिखन विचार मे राखल जेबाक चाही, आवाज मे नहि| कारण फसल बरखासँ होइत अछि, बाढ़िसँ नहि।
जहाँ धरि बाट देखबा मे आबि रहल अछि ओतय जाउ।|कारण ओतय पहुँचलाक बाद आगूक बाट देखबा मे आओत।
अहाँ अपनाकेँ काटि के रइख लेब तखनो ई संसार अहाँसँ सुखी नहि रहत, | ताहि लेल मोन जे चाहै से सेह करू, | दुनियाँ जे चाहैत अछि से नहि करू, | कारण दुनियाँक पसंद बदलबामे तंको समय नहि लगैत छैक ।
जीवन पर मैथिलि अनमोल विचार (Prernadayak Maithli Anmol Vachan)
जखन कखनो अहाँक हौसला आकाश मे चलि जाइत, याद, राखिब | कियो ना कियो अहाँक पाँखि काटय लेल अवश्य आओत।
धीरे-धीरे मुदा निश्चित रूप स हमरा सब कए आगू बढ़ैत रहबाक चाही, |कारण किछु समयक बाद ठमकल पानि सेहो सड़य लगैत अछि,
हमरा सभकेँ दोसरक विषयमे ओतबे बाजबाक चाही, | जतेक अपना बारे मे सुनि सकैत छी।
क्रोध आ तूफान दुनू एके रंग अछि, | कारण दुनू गोटेक शान्त भेलाक बादे पता चलैत अछि, कि | हानि कतेक भेल अछि ?
जँ आहा सूरज जकाँ चमकय चाहैत छी तँ | पहिने सूरज जकाँ जरब सीखू।
निंदा के डर स अपन लक्ष्य के कहियो नहि छोड़ावा के चाही। | कारण लक्ष्य प्राप्त होइते निंदा करेवाल के विचार बदलि जाइत अछि ।
अनमोल वचन इन मैथिली
स्वयं पर भरोसा करू, ई अहाँक ताकत बनि जायत, | मुदा दोसर पर भरोसा करबै तखने अहाँक कमजोरी बनि जायत।
लक्ष्य तक पहुँचबाक लेल बाट कठिन भ सकैत अछि। | मुदा ई कहियो असंभव नहि भ' सकैत अछि।
अनमोल वचन इन मैथिली |
आगूक नीक दिनक लेल | आइ अधलाह दिनक संग लड़य पड़ैत छैक।
आगु फेर कहियो कोशिश करबा स नहि डेराउ, | कारण फेर स शुरुआत शून्य स नहि, अनुभव स होएत।
जँ अहाँ अपन जीवन मे एक बेर निर्णय क' लेब त' पाछू घुमि कऽ नहि देखू | कारण जे पाछू घुमि कऽ देखैत छथि ओ कहियो इतिहास नहि रचते छथि ।
सपना ओ नहि होइत छैक जे अहाँ नींद मे देखैत छी, | सपना ओ होइत अछि जे सुतय नहि दैत अछि ।
निष्कर्ष,
एहि पोस्ट मे हम अहाँ सब के "मैथिली अनमोल वचन" (Anmol Vachan in Maithli) प्रस्तुत कयल गेल अछि हम आहा सब से आशा करै अछि जे ई अनमोल विचार अहाँ सब के नीक लागल होयत। यादी निक लागल होइ त जरूर ई पोस्ट के अपन मित्र सब के संग शेयर करू। और टिप्पणी (कॉमेंट) करू अहाँक एकटा टिप्पणी हमरा सभकेँ ओरो नीक लिखबाक लेल प्रोत्साहित करत, धन्यवाद