15-18 साल के लिए कब शुरू हुई कोविड का टीका? When did the COVID-19 vaccine start for 15-18 years?

भारत में कोविड बूस्टर डोज की मान्यता मिल गई है। - Covid-19 booster dose has been recognized in India

कोविड की बूस्टर खुराक किसे मिलेगी विशेषज्ञ का क्या राय है, भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 3 "जनवरी 2021 से 15 साल से 18 साल तक के बच्चों को कोविड-19 का टीका लगना शुरू हो जाएगा" और 10 जनवरी से स्वास्थ्य सेवा और सीमावर्ती कार्यकर्ता के लिए बूस्टर खुराक लेने की घोषणा की 

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कोरोना वायरस के नया रूप ओमाइक्रोन कि बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 25 दिसंबर को "पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई" के जन्मदिन ओर "क्रिसमस" के शुभ अवसर पर "राष्ट्र का नाम संबोधन" में, पीएम मोदी ने 3 जनवरी से "कोविड-19 के विरुद्ध 15 से 18 साल के उम्र के लोगों" को टीकाकरण की घोषणा की

और साथ ही उन्होंने कहा वैक्सीन की "एहतियाती खुराक" 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मी और "फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं" और 60 वर्ष से अधिक वर्गीय लोगों को जो पहले से कोई बीमारी से ग्रस्त है, उन्हें उनकी" डॉक्टर की सलाह से वैक्सीन की डोज" दी जाएगी 

भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (DCGI) द्वारा कुछ नियम और शर्तों के साथ 12 साल से ऊपर के बच्चों के लिए स्वदेशी रूप से विकसित  Covaxin को आपातकालीन उपयोग के प्रमाण  (EUA) दिए जाने के बाद आया। 18 साल से कम उम्र के लोगों के बीच उपयोग के लिए DCGI की अनुमति प्राप्त करने वाला यह दूसरा टीका है। इससे पहले सुई-मुक्त कोविड -19 वैक्सीन ZyCoV-D का अनुमति मिला था

उन्होंने यह कहा कि "भारत में जल्द नाक के टीके और दुनिया के पहले एंटी-कोविड डीएनए वैक्सीन (DNA vaccine) का प्रसारण शुरू किया जाएगा"

बूस्टर खुराक किसे दी जाएगी?- Who will be given the booster dose?

स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर को दिया जाएगा "एहतियाती खुराक", जिसे बूस्टर डोज के नाम से भी जाना जाता है,। और पहले से बीमारी ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र वाले व्यक्ति को बूस्टर खुराक वैकल्पिक होगी, वे डॉक्टर की सलाह के बाद कोविड-19 का बूस्टर डोज ले सकते हैं। 

बूस्टर डोज के रूप में कोविड-19 का कौन सा टीका लगाया जाएगा?

यह स्पष्टीकरण नहीं हुआ है, की भारत में बूस्टर डोज के लिए कोन से टीके का उपयोग किया जाएगा। अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने 'बूस्टर डोज' कहने से भी परहेज किया और इसके बजाय 'एहतियाती खुराक' कहा,

अमेरिका में, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने बूस्टर खुराक के लिए किसी भी मान्य टीके के उपयोग में लाना की अनुमति दी है, वहा कोविड -19 टीकों के मिश्रण की अनुमति दी गई है। सिर्फ उन बच्चों को जो 16 से 17 वर्ष की आयु के लिए जिन्होंने पहले फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन लिया है, उन्हें उसी वैक्सीन का बूस्टर शॉट लेने की सलाह दी जाती है।

बूस्टर खुराक की आवश्यकता क्यों है?- Why is a booster dose needed?

हालांकि कोविड -19 टीकाकरण गंभीर बीमारी को रोकने में प्रभावी है, विभिन्न रिपोर्टों ने सुझाव दिया है कि टीकाकरण समय के साथ कम प्रभावी हो जाता है, खासकर 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में कोविड -19 टीका का प्रभाव कम हो जाता है।

सबसे "अधिक तेजी से संक्रमण करने वाले कोरोना वायरस का नई रूप ओमिक्रॉन पाया गया है," यह वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी लोगों को भी प्रभावित कर रहा है,"कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग खासकर बुजुर्गों कम एंटीबॉडी स्तर वाले व्यक्ति को बूस्टर डोज दिया जाएगा" कोविड-19 वैक्सिंग का बूस्टर डोज उतनी ही मात्रा में एंटीबॉडी को बढ़ाकर सुरक्षा प्रदान करेगा।

किन देशों ने बूस्टर खुराक पहले से शुरू की है?- Which countries have already introduced booster doses?

अमेरिका में नवंबर महीने से 16 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड-19 का बूस्टर डोज देना शुरू कर दिया है

इज़राइल ने सिफारिश की है की चिकित्सा कर्मचारी और 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को फाइजर कोरोनावायरस वैक्सीन का चौथा शॉट दिया जा सकता है।

बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा है कि 18 साल ऊपर सभी लोगों को 31 दिसंबर से बूस्टर डोज की खुराक शुरू की जाएगी

दक्षिणी अफ्रीका सरकार ने  "जॉनसन एंड जॉनसन" ओर "फाइजर" कोविड -19 वैक्सीन को देश में बूस्टर डोज के रूप में अधिकार दिया है।व हा बूस्टर डोज जल्दी देना शुरु कर देगा

कोविड-19 के "संक्रमण के बढ़ते मामलों" को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया सरकार ने 4 जनवरी से 18 साल से अधिक उम्र के बक्ति जिन्होंने 4 महीने पहले अपना दूसरा शॉट लिया था उन्हें बूस्टर छोड़ दिया जाएगा।

यूरोपीय संघ के नेताओं ने सहमति जताते हुए कहा की कोरोनो वायरस बढ़ते संक्रमण के मामले से निपटने के लिए बूस्टर खुराक देना "तत्काल" और "महत्वपूर्ण" है।

प्रधानमंत्री की घोषणा पर विशेषज्ञों की क्या राई है? - What is the opinion of experts on the P.M. Announcement?

चिकित्सा विशेषज्ञों ने "एहतियाती खुराक" यानी बूस्टर डोज पर पीएम मोदी की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा, "यह बच्चे के लिए सबसे अच्छा क्रिसमस उपहार है जिसकी हम जिज्ञासा कर सकते थे अब 15 से 18 साल के बच्चो को कोविड-19 का वैक्सीन लगाया जाएगा इससे बच्चे सुरक्षित रहेंगे अपने आप में एक महत्वपूर्ण कदम है और विशेषज्ञों ने कहा "अभिभावकों माता पिता से यह आग्रह है, कि इस अवसर का लाभ उठाएं और अपने बच्चों को कोविड-19 के विरुद्ध टीका लगवाए।"

उन्होंने कहा, "ओमाइक्रोन वैरिएंट के बारे में एक चिंता है, की डेटा बताता है कि एक तीसरा वैक्सीन जो बीमारी की गंभीरता को 80 प्रतिशत तक कम करने में मदद करता है।" इसके अलावा, कमजोर लोगों के लिए वैक्सीन की खुराक केंद्र द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम है

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