M.M. Naravane Biography |
Manoj Mukund Naravane Biography(Chief of Army Staff of the Indian Army)मनोज मुकुंद नरवणे जीवनी (नरवाने,भारतीय सेना के थल सेनाध्यक्ष)
"जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (जन्म 22 अप्रैल 1960) PVSM AVSM SM VSM ADC परम विशिष्ट सेवा पदक धारक करने वाले 'भारतीय सेना' में 'लेफ्टिनेंट जनरल' हैं। जो वर्तमान में 27वें सेनाध्यक्ष (coAS) के रूप में कार्यरत हैं "
- Manoj Mukund Naravane Biography in Hindi
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बिपिन रावत के इसी पद से रिटायर होने के बाद, मुकुंद नरवणे 31 दिसंबर 2019 को 28 वें थल 'सेनाध्यक्ष' (CoAS) का पद संभाला है। (सीओएएस) के रूप में अपनी नियुक्ति से पहले, जनरल ने "भारतीय सेना" के 40 वें वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (वीसीओएएस), पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर "कमांडिंग-इन-चीफ" (जीओसी-इन-सी) और जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन के रूप में कार्य किया है। 'सेना प्रशिक्षण' कमान के प्रमुख भी रहे हैं।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद सेनाध्यक्ष (coAS) जनरल "एम.एम नरवणे' को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) पद संभाले के लिए सबसे आगे माना जा रहा है। वह वर्तमान में 'सेनाध्यक्ष' (सीओएएस) पद के रूप में कार्यरत हैं।
CDS के पद पर जनरल नरवणे को प्रोमोसन देने के लिए भारतीय आर्मी सेना के मुख्य अधिकारी उनके पक्ष में है। क्योकि भारत के तीन सेवारत प्रमुखों में, 'जनरल एम.एम नरवणे' सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं जिन्होंने 31 दिसंबर 2019 को 'जनरल बिपिन रावत' का स्थान लिया था ।
मनोज मुकुंद नरवणे प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Manoj Mukund Naravane Education and Early life)
मनोज मुकुंद नरवणे का जन्म 22 अप्रैल 1960 पुणे 'महाराष्ट्र' में हुआ था वे मूल रूप से 'महाराष्ट्र' के रहने वाले हैं। उनके पिता श्री "मुकुंद नरवणे", "भारतीय वायु सेना" में 'विंग कमांडर' के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और उनकी माँ सुधा नरवणे 'ऑल इंडिया रेडियो' की उद्घोषक थीं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पुणे के 'ज्ञान प्रबोधिनी पाठशाला' पुणे महाराष्ट्र में पूरी किया हैं ।
मनोज मुकुंद नरवणे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र रहे हैं। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई से रक्षा अध्ययन में मास्टर डिग्री प्राप्त किया है, और एम.फिल. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर से रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में डिग्री हासिल किया मनोज मुकुंद नरवणे पंजाब 'विश्वविद्यालय' पटियाला से रक्षा और रणनीतिक अध्ययन में पीएचडी कर रहे हैं। मनोज मुकुंद नरवणे ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज महू मध्यप्रदेश से अपनी पढ़ाई पूरी की है।
मनोज मुकुंद नरवणे व्यक्तिगत जीवन (Manoj Mukund Naravane Personal Life)
एम.एम नरवणे पुणे महाराष्ट्र के मराठी ब्राह्मण हैं। उनकी पत्नी का नाम वीना नरवणे है। इनकी दो बेटियां हैं, ईशा एवं अमला उनका बेटा नहीं है। उन्हें बचपन से ही पेंटिंग, योगा और गार्डनिंग करना पसंद है। उनकी पत्नी वीना नरवणे 25 साल के अनुभव के साथ एक शिक्षिका हैं। वह आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष भी हैं।
जनरल मनोज मुकुंद नरवणे आर्मी करियर (Manoj Mukund Naravane Army Career)
- मनोज मुकुंद नरवणे को जून 1980 में सिख लाइट इन्फैंट्री की 7वीं बटालियन में कमीशन किया गया था। उन्होंने जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स की दूसरी बटालियन (सिखली) के साथ-साथ 106 इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान संभाली है।
- उन्होंने कोहिमा, नागालैंड में महानिरीक्षक (उत्तर) के रूप में असम राइफल्स की कमान भी संभाली है।
- उन्होंने ऑपरेशन पवन के दौरान जम्मू और कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों के साथ-साथ श्रीलंका में भारतीय शांति सेना में भी काम किया है।
- उनके स्टाफ असाइनमेंट में एक इन्फैंट्री ब्रिगेड के ब्रिगेड मेजर, मुख्यालय स्थापना संख्या 22 के सहायक एडजुटेंट और क्वार्टरमास्टर जनरल (AA&QMG) के रूप में कार्यकाल शामिल हैं। म्यांमार में यांगून में सैन्य अटैची के रूप में भी काम किया है।
- उन्होंने आर्मी वॉर कॉलेज, महू में हायर कमांड विंग में डायरेक्टिंग स्टाफ के रूप में एक निर्देशात्मक नियुक्ति और 'रक्षा मंत्रालय', नई दिल्ली के एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय में दो कार्यकाल के लिए कार्य किया।
- लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नति पर, उन्होंने अंबाला स्थित खरगा स्ट्राइक कोर की कमान संभाली और जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) दिल्ली क्षेत्र के रूप में कार्य किया।(जीओसी) दिल्ली क्षेत्र के रूप में, उन्होंने 2017 गणतंत्र दिवस परेड की कमान संभाली थी।
- सेना कमांडर ग्रेड में पदोन्नत होने के बाद, एम.एम नरवणे ने 1 दिसंबर 2017 से 30 सितंबर 2018 तक जनरल ऑफिसर "कमांडिंग-इन-चीफ" आर्मी ट्रेनिंग कमांड के रूप में कार्य किया।
- 1 अक्टूबर 2018 से 31अगस्त 2019 तक जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पूर्वी कमान के रूप में भी कार्य किया। 31 अगस्त 2019, लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में कार्य करने लगे।
- 1 सितंबर 2019 को, उन्हें थल सेनाध्यक्ष (VCOAS) नियुक्त किया गया, जब लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबू 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हुए, और जनरल बिपिन रावत के बाद सबसे वरिष्ठतम सेवारत जनरल बन गए।
- 16 दिसंबर 2019 ("विजय दिवस" की पूर्व संध्या) को उन्हें जनरल बिपिन रावत के उत्तराधिकारी के रूप में घोषित किया गया, जिन्होंने 31 दिसंबर 2019 को (coAS) का पद त्याग दिया।
- जनरल एम.एम नरवणे सिख लाइट इन्फैंट्री से थल सेनाध्यक्ष बनने वाले तीसरे अधिकारी हैं, इस रेजिमेंट के अन्य अधिकारी 18 वें (सीओएएस) जनरल वेद प्रकाश मलिक और 24 वें (सीओएएस) जनरल बिक्रम सिंह थे।
जेनरल मनोज मुकुंद नरवणे पुरस्कार एवं उपलब्धिया ( Awards & Achievement )
40 सालो के अपने सेना करियर में, सीओएएस जनरल मनोज मुकुंद नरवने को विभिन्न पदक और सम्मान से सम्मानित किया गया है। यह नीचे कुछ सूची हैं।
- परम विशिष्ट सेवा मेडल 1019
- अति विशिष्ट सेवा मेडल 2017
- सेना मेडल 2015
- विशिष्ट सेवा मेडल 2015
- सामान्य सैन्य सेवा मेडल
- विशेष सैन्य सेवा मेडल
- ऑपरेशन पराक्रम मेडल
- सैन्य सेवा मेडल
- विदेश सेवा मेडल
- आज़ादी की 50वीं वर्षगाँठ मेडल
- 9 साल सैन्य सेवा पदक
- 20 साल सैन्य सेवा पदक
- 30 साल सैन्य सेवा का पदक
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
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