गोमूत्र सेवन करने से होते हैं कई स्वास्थ्य फायदे, जानिए गोमूत्र पीने के लाभ और हानि, Gomutra ke fayde

गौमूत्र के काई स्वस्थ फायदे हैं, इस लेख में गोमूत्र के फायदे बताया गया है एक बार आप जरूर पढ़े
गोमूत्र के फायदे हिंदी में

गाय के मूत्र के लाभ हिंदी में Cow Urine Benefits in Hindi


हमारे भारत देश में मैं गाय (Cow) को माता कहा जाता है। और गौ माता मनुष्य के जीवन में अनेकों प्रकार और कई तरह से मदद करती है। और गौ माता अपनी पूरी  जीवन मानुष रूपी बच्चों की देखभाल मैं निकाल देती है। गया का दूध, गोबर और गोमूत्र मनुष्य जीवन में हर रोज कोई ना कोई रूप से काम आती है और गाय के दूध, गोबर, गौमूत्र के स्वास्थ्य फायदे हैं। इस लिए भारत में गाय को माता यानी मां का दर्जा दिया गया है। आज हम जानते है Gomutra ke fayde


{tocify} $title={विषय सूची}


गोमूत्र और गोबर की पौराणिक मान्यता किया है?


जैसे गया का दूध अनेकों बिमारियो में फायदेमंद है वही गौमूत्र (Cow Urine)  लाइलाज बीमारी जैसे कैंसर और कई अन्य बीमारियो के लिए कारगर है, 

हिंदू धार्मिक ग्रंथों में भी गोमूत्र का उल्लेख किया गया है। भारत के गांवों में आज भी बच्चों की घर में गाय के गोबर और गौमूत्र की छिड़काव करने की परंपरा है। गोमूत्र पवित्र होने के साथ-साथ सुगंधित भी है। और पूजा-सस्थल को गोबर से लेपने की प्रथा है। "हिंदू धार्मिक ग्रंथों में गाय को कामधेनु के नाम से जाना जाता है। यही कारण है कि गाय के दूध से लेकर गोमूत्र और गोबर तक को पवित्र माना जाता है।" जिस गौ माता पर हम इतने उपर हैं, उस पर इतनी कृपा है, फिर हम क्यों न उसका पालन-पोषण और रक्षा करें।

गोमूत्र से कोन से फायदे होते हैं ?


गोमूत्र के फायदे जानने के बाद इसके बारे में नाक सिकोड़ने वाले भी इसका सेवन करना चाहेंगे। इस लेख में वर्णित रोगों से राहत पाने के लिए

गोमूत्र का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में बताया गया है। वहीं इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर कोई गंभीर समस्या से पीड़ित है तो बिना "डॉक्टरी सलाह" के गोमूत्र का सेवन न करें।

भारत ही नहीं विश्व भर के अनेकों विद्वानो ने गोमूत्र से रोगपचार के संबंध में कई शोध किए हैं। गया का दूध और गोबर का इस्तमाल करना सभी जानते हैं। लेकीन आज हम आपको गाय के मूत्र यानी "गौमूत्र के फायदे हिंदी मैं" (benefits of cow urine in hindi) बताएंगे हैं। प्रतीक रूप से मिलने वाला गौमूत्र कई तरह के बीमारी में कारगर है। तो आए जानते हैं गोमूत्र के फायदे? उस से पहले ये जानना जरुरी है की गोमूत्र महत्वपूर्ण क्यों है? और गोमूत्र में कोन कोन से गुण पाए जाते हैं? 


गोमूत्र महत्वपूर्ण क्यों है ?


गौमूत्र में 95% पानी, 2.5% यूरिया, 24 प्रकार के लवण और 2.5% एंजाइम होते हैं। इतना ही नहीं "गोमूत्र के फायदे" कैंसर, एडिमा, एनीमिया और मधुमेह जैसे रोगों के लक्षणों को कम करने में सहायक होता हैं। और "गोमूत्र एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भी भरपूर होता है" जो फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है।


गोमूत्र इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार "गोमूत्र में आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस, कार्बोनिक एसिड, पोटाश, नाइट्रोजन, अमोनिया, मैंगनीज, सल्फर, फॉस्फेट, पोटेशियम, यूरिक एसिड, अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में होता है" इस वजह से गोमूत्र कई तरह से फायदेमंद है।


गोमूत्र के स्वास्थ्य लाभ निम्न प्रकार है


गोमूत्र का स्वाद कड़वा और तीखा होता है। और प्रकृति रूप से गरम होता है। यह आसनी से पच जाता है, यह याददास ओर पाचन शक्ति को बढ़ाता है यह पित को कम करने में मदद करता है 


जख्म भरने के लिए, रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए, दर्द से राहत के लिए, थायराइड व आयोडीन की कमी, किडनी स्टोन,कैंसर के लिए, वजन कम करने के लिए, पेट की समस्या के लिए, मधुमेह में, लिवर के लिए और अन्य बीमारियों को ठीक करता है,  जैसे की तव्चा रोग, शरीर में खून की कमी, बावसिर, अस्थमा, बलगम, आंख-मुह के रोग आदि में बहुत ही फायदेमंद होता है। तो आए विस्तार से गोमूत्र के फायदे जानते है - Benefits of cow urine in Detail


गौमूत्र पीने से पहले इन बातो को ध्यान में रखें

  • गोमूत्र का सेवन खुद से न करें, डॉक्टर या वैद्य की सलाह से करें
  • गोमूत्र को हमेशा एक निश्चित तापमान में रखना चाहिए।
  • गोमूत्र प्रकृति गर्म होती है इसलिए गर्मियों में इसका सेवन कम करना चाहिए।
  • कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह से गोमूत्र सेवन करना चाहिए। 
  • गोमूत्र को मिट्टी, कांच या स्टील के बर्तन में रखना चाहिए।
  • विदेशी या जर्सी गाय का मूत्र नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह वास्तव में गाय नहीं है, गाय जैसा एक पालतू पशु है।
  • गोमूत्र को तांबे या पीतल के बर्तन में नहीं रखना चाहिए।
  • गोमूत्र को कपड़े से छानकर खाली पेट सेवन करना चाहिए।
  • गोमूत्र सेवन के बाद एक घंटे तक कुछ भी नहीं खाना चाहिए।
  • पीने के लिए छोटे "बछड़े का ताजा गोमूत्र" लेना चाहिए।
  • मालिश करने के लिए दो दिन से सात दिन "पुरानी गोमूत्र" का उपयोग करना चाहिए।

गोमूत्र के स्वास्थ्य फायदे हिंदी में  health benefits of cow urine in Hindi


1. कर्क रोग प्रतिरोधक के लिए

गोमूत्र का उपयोग कैंसर से बचाव के लिए भी किया जा सकता है। इससे जुड़े एक शोध से पता चलता है कि "गोमूत्र में मौजूद यूरिक एसिड" और एलांटोइन कैंसर रोधी गुणों का प्रदर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा, "गोमूत्र में कीमो-निवारक गुण भी होते हैं" जो कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं


इतना ही नहीं, इस पर शोध में यह भी पाया गया है कि गोमूत्र चिकित्सा के माध्यम से कैंसर के कुछ लक्षण जैसे दर्द, सूजन, जलन, निगलने में कठिनाई आदि को कम किया जा सकता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि गोमूत्र के फायदे कैंसर की रोकथाम में देखे जा सकते हैं.


2. पेट फूलना

पेट फुलना:  पेट फुलने की समय बच्चों और बड़े को हो सकता है, अगर "गोमूत्र के अपयोग सीमित मात्र लिया जाय" तो यह पेट फूलना कम किया जा सकता है। बच्चों का पेट फुलने या पेट बड़ा होने पर 1tsp चम्मच गोमूत्र में एक चुटकी नमक मिलाकर पिलाने से पेट सामान्य अवस्था में आ जाता है।


3. थायराइड और आयोडीन की कमी

गोमूत्र के फायदे में थायराइड का इलाज भी शामिल है। बता दें कि शरीर में थायराइड के स्तर को सामान्य बनाए रखने के लिए ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) और थायरोक्सिन (T4) हार्मोन का उत्पादन आवश्यक है। इन हार्मोनों के संतुलित मात्रा में उत्पादन के लिए अच्छे और पर्याप्त आयोडीन का सेवन करना आवश्यक है। "आयोडीन की कमी से थायराइड का खतरा बढ़ सकता" है। गोमूत्र में आयोडीन पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है, जो थायराइड की समस्या को रोकने में मदद करता है। 


4. वजन कम करने के लिए

गोमूत्र को आयुर्वेदिक ग्रंथों (Ayurvedic) में एक "प्राकृतिक औषधीय" पदार्थ के रूप में वर्णित किया गया है। ऐसा माना जाता है कि "गोमूत्र वजन कम करने में मदद कर सकता है"। इस तथ्य को वैज्ञानिक शोध से भी सिद्ध किया जा चुका है। इसके अलावा अन्य शोधों में यह भी बताया गया है कि "गोमूत्र में मोटापा-रोधी गुण होते हैं" जो वजन कम करने में सहायक हो सकते हैं।


5. पीलिया रोग 

पीलिया: गोमूत्र पीलिया ठीक करने में मदद करता है, "गौमूत्र पीलिया रोग के लिए एक औषधि के तरह काम करता है" 50ML गोमूत्र में नमक मिलाकर प्रतिरोज इस्का सेवन करने से पीलिया ठीक करने में सहायक होता है 


6. लीवर के लिए

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए भी 'गोमूत्र' का उपयोग किया जा सकता है। आपको बता दें कि "गोमूत्र में हाइपोलिपिडेमिक यानी कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने वाले गुण" होते हैं। इसके अलावा, 'गोमूत्र' भी हेपेटोप्रोटेक्टिव प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है, जो लीवर की क्षति से रक्षा कर सकता है 


7. मधुमेह में लाभकारी

मधुमेह की समस्या से बचने के लिए गोमूत्र के फायदे देखे जा सकते हैं। "गोमूत्र एंटीडायबिटिक गुणों से भरपूर होता" है, जिससे यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित कर सकता है। इसके पीछे इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव या सल्फर को जिम्मेदार माना जा सकता है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक अध्ययन में माना गया है कि गोमूत्र का सेवन 28 दिनों में इंसुलिन के स्तर को संतुलित कर सकता है।


यह जानकारी "गोमूत्र पर किए गए वैज्ञानिक परीक्षण" से मिली है। बताया गया है कि गोमूत्र रक्त में मौजूद सीरम ट्राइग्लिसराइड्स यानी वसा और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है। साथ ही यह लीवर की सूजन को कम करने में भी अहम भूमिका निभा सकता है। इस आधार पर कोलेस्ट्रॉल और लीवर के लिए गोमूत्र के फायदे देखे जा सकते हैं।


8. पेट की समस्या

गोमूत्र के फायदों की बात करें तो इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि यह पेट दर्द को कम करने में भी मदद करता है। ऐसा इसलिए संभव हुआ है क्योंकि गोमूत्र में कई आयुर्वेदिक गुण होते हैं। आयुर्वेद आचार्य सुश्रुत और महर्षि चरक ने भी कहा है कि अपच, पेट दर्द और डायरिया की समस्या से राहत पाने के लिए गोमूत्र का प्रयोग किया जा सकता है।


9. गुर्दे की पथरी के लिए

गोमूत्र पीने का लाभ यह है कि यह एक उत्कृष्ट यूरोलिथियाटिक यानी पथरी के प्रभाव को कम करने का काम कर सकता है। इसकी पुष्टि के लिए पथरी से प्रभावित चूहों पर शोध किया गया। इसमें यह साबित हुआ कि गोमूत्र कैल्शियम ऑक्सालेट को 40 प्रतिशत और कैल्शियम फॉस्फेट को 35 प्रतिशत तक कम कर सकता है। बता दें कि इन्हीं की वजह से किडनी में दो स्टोन बनते हैं।

हालांकि, मनुष्यों पर इसके प्रभाव को जानने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है। इसके अलावा गोमूत्र में "मूत्रवर्धक गुण" भी होते हैं, जो मूत्र के माध्यम से शरीर से "विषाक्त पदार्थों" को बाहर निकाल कर किडनी को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।


10. त्वचा के लिए

गोमूत्र का प्रयोग त्वचा संबंधी कई प्रकार की समस्याओं में किया जा सकता है। इसके साथ ही यह खुजली की समस्या, सनबर्न की समस्या, एक्जिमा, सोरायसिस और एक्ने जैसी समस्याओं को दूर करने में भी मददगार साबित हो सकता है। इतना ही नहीं गोमूत्र में एंटी-माइक्रोबियल यानी बैक्टीरिया से लड़ने वाले गुण भी होते हैं। इसके अलावा, यह अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण त्वचा को मुक्त कणों से भी बचा सकता है।


11. दर्द से राहत के लिए

दर्द से राहत के लिए भी गोमूत्र के फायदे देखे जा सकते हैं। इस पर एक शोध से पता चलता है कि वाष्पशील लवण मौजूद होते हैं, जो अम्लता को कम कर सकते हैं और गुर्दे, आंतों और "गर्भाशय में दर्द" को कम कर सकते हैं। वहीं, एक अन्य शोध पत्र में भी जानकारी प्राप्त हुई है कि गोमूत्र में (Painkiller) यानी दर्द निवारक गुण होते हैं। इस आधार पर देखा जाए तो दर्द से राहत पाने के लिए गोमूत्र एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।


12. घाव भरने के लिए

घाव भरने के लिए भी गाय का मूत्र उपयोगी साबित हो सकता है। दरअसल, इसमें एलांटोइन नाम का कंपाउंड होता है, जो घाव भरने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है । साथ ही, गोमूत्र शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले रसायनों के उत्पादन को रोक सकता है। इसके अलावा, यह कोलेजन के निर्माण में भी मदद कर सकता है जो एक प्रकार का प्रोटीन और ऊतक है, जो घावों को भरने में मदद कर सकता है।


13. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए

रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखने के लिए भी गोमूत्र का सेवन किया जा सकता है। यह जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से मिली है। इस शोध के अनुसार रोजाना गोमूत्र के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार हो सकता है। इसके पीछे इसमें मौजूद स्वर्ण क्षर यानि ऑरम हाइड्रॉक्साइड को जिम्मेदार माना जा सकता है।


14. शरीर में अधिक खुजली

खाज खुजली: शरिर में अधिक खुजली होती है तो जीरा पावडर में गोमूत्र मिलाकर लेप तयार कर ले और  खुजली बाली जगह पर लगाए इस से राहत मिलेगी


15. आंखों की संबंधित समस्या

गोमूत्र के उपाय से आंखों की समस्या दूर की जा सकती है। आंखों से संबंधित सभी रोग कफ के कारण होते हैं। गोमूत्र के प्रयोग से मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, रेटिनल डिटेचमेंट, आंखों का लाल होना, आंखों से पानी आना, आंखों में जलन जैसे बड़े रोग ठीक हो जाते हैं। 


गोमूत्र का उपयोग आयुर्वेदिक उत्पादों में भी किया जाता है?


एक शोध के अनुसार गोमूत्र का उपयोग कई प्रकार के कॉस्मेटिक उत्पादों (Cosmetic Products) में भी किया जाता है, जैसे कि एंटी-एजिंग क्रीम, मॉइस्चराइजिंग क्रीम, मुंहासे वाली क्रीम और फेस वाश आदि। गोमूत्र का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है

  • त्वचा के लिए: गोमूत्र का उपयोग शिकन-रोधी क्रीम, मुँहासों की क्रीम और कीटाणुनाशक साबुन में भी किया जा सकता है।
  • कृषि में: गोमूत्र के लाभ खेती के लिए देखे रेख में किया जाता हैं। गोमूत्र का उपयोग प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में किया जाता है, क्योंकि यह नाइट्रोजन से भरपूर होता है, जिसमें रोगाणुरोधी गुण होते हैं।
  • बालों के लिए: एंटी हेयर फॉल, एंटी डैंड्रफ और जुओं की समस्या को दूर करने के लिए भी गोमूत्र का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • मौखिक स्वास्थ्य के लिए: गोमूत्र का उपयोग माउथवॉश और टूथपेस्ट में भी किया जा सकता है।

त्वचा के लिए, जख्म भरने के लिए, रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए, दर्द से राहत के लिए, थायराइड व आयोडीन की कमी में सुधार, किडनी स्टोन के लिए,कैंसर के लिए, वजन घटाने के लिए, पेट की समस्या, मधुमेह और लिवर और अन्य आयुर्वेदिक औषध में किया जाता है

गोमूत्र के दुष्प्रभाव (side effects of cow urine)


गोमूत्र पीने से फायदे तो होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह नुकसानदायक भी हो सकता है।

इसलिए बिना डॉक्टरी या वैद्य की सलाह के गोमूत्र नहीं पीना चाहिए 

जायदा पुरानी या गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को गोमूत्र के पीने से शरीर में दर्द, दस्त, खुजली,बुखार, थकान, या अन्य समस्या जैसे एलर्जी और गले में खराश, वजन बड़ने की समस्या हो सकती है।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल - FAQ


Q: गोमूत्र के स्वास्थ्य फायदे बताएं?

Ans: गोमूत्र यानी (Cow Urine) कई परमाणित स्वास्थ्य फायदे हैं जैसे की तव्चा रोग, शरीर में खून की कमी, बावसिर, अस्थमा, बलगम, आंख-मुह के रोग आदि में बहुत ही फायदेमंद होता है।


Q: कोन से गाय का मूत्र उपयोगी है?

विदेशी या जर्सी गाय का मूत्र नहीं लेना चाहिए। हेमसा देसी गाय का जाता मूत्र (गौमूत्र) लेना चाहिए यह अधिक उपयौगी होता है।


Q: गोमूत्र पीने से किया होता हैं?

Ans गोमूत्र पीने से अनेकों प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं और कई बीमारी का इलाज गोमूत्र से किया जा सकता है।


Q: गोमूत्र कब पीना चाहिए?

Ans: गोमूत्र सुबह खाली पेट नियमित मात्रा में लेनी चाहिए और यह ध्यान रखें कि गोमूत्र का सेवन वैद्य या डॉक्टर की सलाह से ले।


प्रिय पाठकों हमारी यह लेख Cow Urine Benefits in Hindi,गोमूत्र के फायदे हिन्दी में आपको कैसी लगी कमेंट करके बताएं

Editorial Team

We write Unique Content related to news, tips, facts, Reviews And Much More! Stay updated with us facebook

Post a Comment

Previous Post Next Post