जानें कौन हैं Tokyo Olympics में सिल्वर मेडल जीतने वाली मीराबाई चानू, Mirabai chanu jivan Parichay, खेल कैरियर, रिकॉर्ड, कोच, जाति, राज्य, परिवार और पुरस्कार, (Saikhom Mirabai Chanu Biography, husband, family, Age, Sports, State, Weightlifting, Career, Coach, religion, net worth, Records, Awards) (Won Medal in Tokyo Olympic 2022, 49 kg Category)
मीराबाई चानू एक भारतीय महिला भारोत्तोलन खिलाड़ी हैं जिन्होंने हाल ही में राष्ट्रमंडल खेल (Commonwealth) गेम्स में भारोत्तोलन (Weightlifting) में भारत को पहला स्वर्ण पदक (Gold Medal) दिलाकर भारत को गौरवान्वित किया है। इस दौरान मीराबाई ने 6 भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) में 6 रिकॉर्ड तोड़े और 48 किलोग्राम महिला वेटलिफ्टिंग में पहला स्थान हासिल किया। उसी वर्ष भारत सरकार ने उन्हें 'पद्म श्री' से भी सम्मानित किया है, जो एक बड़े सम्मान की बात है। मीराबाई भारत के मणिपुर की रहने वाली हैं। 'कॉमन वेल्थ गेम्स' में विभिन्न प्रतियोगिताओं में उनके प्रदर्शन को देखते हुए भारत को उनसे काफी उम्मीदें हैं।
![]() |
Mirabai chanu biography hindi |
{tocify} $title={विषय सूची - Table of Contents}
यह भी पढ़ें –
• Gymnastics Dipa Karmakar Biography in Hindi
मीराबाई चानू की जीवन परिचय (Mirabai Chanu Bio, wiki, history)
मीराबाई चानू का जन्म तारिक (Mirabai Chanu Date of Birth)
साइखोम मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को, मणिपुर, इंफाल के नोंगपोक काकचिंग गाँव में हुआ था, उनके पिता का नाम 'साइकोहं कृति मैतेई' है, जो पीडब्ल्यूडी (PWD) विभाग में काम करते हैं और उनकी माता जी का नाम साइकोहं ऊँगबी तोम्बी लीमा जो एक दुकान चलाती है, मीरा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव के स्कूल से प्राप्त की।
$ads={1}
मीराबाई चानू के प्रारंभिक जीवन (Early Life of Mirabai Chanu)
भारत के पूर्वोत्तर राज मणिपुर, इंफाल के एक छोटे से गाँव 'नोंगपोक काकचिंग' की रहने वाली "मीराबाई चानू का जीवन" बहुत ही कठिन प्रस्थि में रहा है, इनका परिवार आर्थिक रूप से सक्षम नहीं थे। आर्थिक रूप से सक्षम न होने का कारण "मीरा बाई महज़ बारह साल की कम उम्र से ही अपने भाई सैखोम सांतोम्बा मीतेई के साथ पहाड़ों पर लकड़ी बीनने के लिए जाया करती थी" जिससे उनके परिवार का चुलाहा जलता था।
लकड़ी की बोझ उठाते उठाते वह एक तरह से प्राकृतिक माहौल में अनौपचारिक रूप से भारोत्तोलन (Weightlifting) का प्रशिक्षण ले रही थी, जब मीरा 12 साल की थी तभी से जूनियर नेशनल गेम्स में भाग लेना सुरु कर दी थी, बचपन से ही बोझ उठाने की उनकी कड़ी मेहनत आज उन्हे इस मुकाम पर ला दिया है, जिस पे हम भारतीए गौरवान्वित महसूस करते है।
मीराबाई चानू का परिवार (Mirabai Chanu family Details)
मीराबाई चानू एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं। मीरा अपने 6 भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं। उनकी माँ एक गृहिणी होने के साथ-साथ एक दुकानदार भी हैं, जिनका नाम साइकोहं ऊँगबी तोम्बी लीमा है। उनके पिता पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत हैं, जिनका नाम साइकोहं कृति मैतेई है। उनके भाई का नाम सैखोम सांतोम्बा मीतेई है जिसके साथ मीरा बचपन से ही वजन उठाने में काफी सक्रिय रही हैं और Weightlifting की ओर आकर्षित हुई हैं।
यह भी पढ़ें –
• Cricketer Harmanpreet Kaur biography in Hindi
मीराबाई चानू के कोच (Mirabai Chanu Coach)
भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) में मीरा की कोच कुंजारानी देवी हैं, जो स्वयं भारोत्तोलन में एक भारतीय खिलाड़ी हैं। कुंजारानी भी इंफाल मणिपुर के रहने वाली हैं।
मीराबाई चानू करियर और रिकॉर्ड (Mirabai Chanu Career and Records)
Mirabai Chanu Records: मीराबाई चानू ने महज 12 साल की उम्र में अंडर-15 का खिताब अपने नाम किया और 17 साल की उम्र में जूनियर चैंपियन बनीं। मीरा ने 24 साल की उम्र में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, जिनकी जानकारी नीचे दी गई है।
साल 2014 में ग्लासगो में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भी मीरा ने 48 किलो वर्ग में सिल्वर मेडल (Silver Medal) जीता था।
साल 2016 में मीराबाई ने रियो ओलंपिक (Rio Olympics) के लिए क्वालीफाई किया था लेकिन दुर्भाग्य से वह इस दौरान भारत के लिए कोई पदक (Medal) नहीं ला सकीं।
वर्ष 2016 में ही, उन्होंने गुवाहाटी में आयोजित दक्षिण एशियाई (South Asian) खेलों में भाग लिया। जिसमें उन्होंने स्वर्ण पदक (Gold Medal) जीता था।
मीराबाई चानू ने 2017 विश्व वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप (World Weightlifting Championship) में 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
साल 2018 में भी उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में गोल्ड जीतकर भारत को पहला गोल्ड दिलाया था। यह गोल्ड महिलाओं के 48 किलो भारोत्तोलन में भी है।
साल 2019 में उन्होंने थाईलैंड के चियांग-मई (chiang-mai) में आयोजित ईजीएटी कप (EGAT Cup) में 48 किलोग्राम वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता था. 48 किग्रा वर्ग में उन्होंने कुल 192 किग्रा भार उठाकर रजत पदक (silver medal) स्तर के ओलंपिक क्वालीफिकेशन स्पर्धा में स्वर्णिम सफलता हासिल की है।
मीरा ने टोक्यो में 2020 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (Summer Olympics) में 202 किलोग्राम वेटलिफ्ट के साथ 49 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक (silver medal) जीता, ओलंपिक में रजत जीतने वाले पहले भारतीय भारोत्तोलक बन गए।
टोक्यो ओलिंपिक 2021 में मीरा बाई चानू ने भारत को वेट लिफ्टिंग में 49 किलोग्राम केटेगरी में रजक पदक जीतकर गौरवान्वित किया है। टोक्यो ओलिंपिक में यह भारत का पहला पदक हासिल हुआ था।
Birmingham 2022 Commonwealth Games -
मीराबाई चानू ने राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में देश का पहला स्वर्ण पदक (Gold Medal) जीता। मीराबाई चानू ने कुल 201 किलो वजन उठाया। उन्होंने क्लीन एंड जर्क के पहले दौर में 109 किग्रा भार उठाया। इसके साथ ही उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में यह भारत का पहला स्वर्ण (Gold) और तीसरा समग्र पदक (Overall Medal) है। कॉमनवेल्थ गेम्स में मीराबाई चानू का यह दूसरा स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने गोल्ड कोस्ट (2018) में भी गोल्ड जीता था।
मीराबाई चानू के पुरस्कार और सम्मान (Mirabai Chanu Awards and Rewards
साल 2018 में भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान 'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न' और,भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
BYJU'S द्वारा ₹1 करोड़ (US$130,000) रुपये से सम्मानित किया गया
भारत सरकार की ओर से ₹50 लाख (US$63,000)
मणिपुर सरकार की ओर से ₹1 करोड़ (US$130,000),
मणिपुर राज्य पुलिस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (खेल) के रूप में नियुक्ति।
₹2 करोड़ (US$250,000) रेल मंत्रालय (भारत) से और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में पदोन्नति।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से ₹50 लाख (US$63,000)
भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से ₹40 लाख (US$50,000)।
2017 विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के लिए मणिपुर सरकार की ओर से ₹20 लाख (US$25,000)।
2020 टोक्यो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई (Qualify) करने के लिए मणिपुर सरकार से ₹10 लाख (यूएस $13,000)।
2020 टोक्यो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भाग लेने के लिए मणिपुर सरकार की ओर से ₹25 लाख (US$31,000)।
मीराबाई चानू के बारे में रोचक तथ्य (Interesting facts about Mirabai Chanu in Hindi)
वर्ष 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतकर भारत को पहला गोल्ड दिलाया था।
टोक्यो में के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में 202 किलोग्राम वेटलिफ्ट के साथ 49 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक विजेता बने
साल 2018 में भी कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतकर भारत को पहला गोल्ड दिलाया था।
मीराबाई चानू ने 12 साल की उम्र में अंडर-15 का खिताब अपने नाम किया और 17 वर्ष की उम्र में जूनियर चैंपियन बनीं।
मीराबाई चानू एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं। मीरा अपने 6 भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं।
बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में मीराबाई ने कुल 201 किलो वजन उठाया। यह राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड भी रहा है। और भारत का पहला स्वर्ण और तीसरा समग्र पदक है।
सैखोम मीराबाई चानू का (जन्म 8 अगस्त 1994) हुआ था जो एक भारतीय भारोत्तोलक (weightlifting) खिलाड़ी हैं।
मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारोत्तोलन में भारत का पहला रजत पदक जीता है।
मीराबाई चानू ने 49 किग्रा महिला भारोत्तोलन स्पर्धा में रजत पदक भी अपने नाम किया है।
यह भी पढ़ें –
• Javelin Thrower Neeraj Chopra Biography in Hindi
मीराबाई चानू के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
प्रश्न : मीराबाई चानू कौन से खेल से संबंधित है?
उत्तर : वेटलिफ्टिंग
प्रश्न : मीराबाई चानू का जन्म स्थान कहाँ है?
उत्तर : इम्फाल जो भारत के पूर्वोत्तर मणिपुर राज्य का एक ज़िला है।
प्रश्न : मीरा बाई चानू कितना वजन उठाया?
उत्तर : मीरा ने कुल 201 किलो का वजन उठाया. यह कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड भी रहा है।
प्रश्न : मीराबाई चानू का हाइट कितना है?
उत्तर : 1.5 मी
प्रश्न : मीराबाई चानू नेट वर्थ कितनी है?
उत्तर : $0.14 मिलियन।
प्रश्न : मीराबाई चानू को टोक्यो ओलंपिक में कौन सा पदक मिला?
उत्तर : भारतीय वेटलिफ़्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक और कॉमनवेल्थ गेम्स में देश का पहला स्वर्ण पदक जीता।
प्रश्न : मीरा बाई चानू का जन्म कब हुआ?
उत्तर : 8 अगस्त 1994. इम्फाल मणिपुर।
अंतिम शब्द –
प्रिय मित्रों आज के इस लेख में हम ने (Mirabai chanu biography in Hindi) में जाना इस लेख में (Weightlifter Saikhom Mirabai Chanu) के जीवन के बारे में बताया गया है लेख केसा लगा Comment करें, अगर पसंद आई हो तो अपने मित्रों के साथ साझा करें। और उन्हें भी 'मीराबाई चानू की जीवनी के बारे में जानकारी' दे - धन्यवाद