इन्वेस्ट करने से पहले जान ले पुरी सचाई | Mutual Fund Kya Hota Hai

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Mutual Fund kya hai hindi mai jankari: म्यूचुअल फंड क्या होता है?, कैसे काम करता है?, कितना ब्याज मिलता है?, निवेश कैसे करें?, फायदे और नुकसान, सही है या गलत, म्यूचुअल फंड के प्रकार, यहां जानेंगे "म्यूचुअल फंड क्या है हिंदी में" पुरी जानकारी तो लेख पूरा पढ़े यहां पर "म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान" बताएं है।

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क्या है म्यूच्यूअल फण्ड?  – What is Mutual Fund in Hindi
Mutual Fund kya hai hindi mai jankari

हम सभी ने अपने जीवन में कभी न कभी Mutual Fund के बारे में जरूर सुना है। लेकिन म्यूचुअल फंड इन्वेस्ट करने का फैसला हर कोई नहीं ले पाता। कारण "म्यूचुअल फंड सही है या गलत" नही जानते और एक सच यह भी है कि ज्यादातर लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी पता नहीं होती है। ऐसे लोग इन्वेस्ट करना तो चाहते हैं, लेकिन वे डरते हैं कि कहीं हमारा पैसा डूब न जाए तो इसीलिए हम आपके लिए "Mutual Fund Kya Hai Kaise Kam Karta Hai" इससे जुड़ी पूरी जानकारी लेकर आए हैं। लेख में बने रहें 

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म्यूचुअल फंड क्या होता है? (What Is Mutual Fund?)

Mutual Fund Kya Hai Hindi Me Bataye: तो म्युचुअल फंड एक ऐसी फंड है, जो एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) द्वारा ऑपरेट किया जाता है, यह कंपनी है अलग-अलग लोगों से थोड़ा-थोड़ा पैसा इकट्ठा करती है, फिर इस पैसे को वे बॉन्ड, स्टॉक और अन्य वित्तीय संपत्तियों (Financial Assets) में निवेश करती है। उस कंपनी के इन सभी संयुक्त होल्डिंग्स (स्टॉक, बॉन्ड और अन्य संपत्ति) को उस कंपनी का पोर्टफोलियो कहा जाता है। 


म्यूचुअल फंड पैसा कमाने का एक बहुत ही शानदार व आसान तरीका हो सकता है। जरूरी नहीं है कि इसमें निवेश करने के लिए आपके पास हजारों रुपये हों, बल्कि आप इसमें हर महीने महज 500 रुपये भी निवेश कर सकते हैं। और "म्यूचुअल फंड से कमाई" कर सकते हैं।

क्या है म्यूच्यूअल फण्ड?  – What is Mutual Fund in Hindi

म्युचुअल फंड कई निवेशकों के पैसे से एक ही फंड में निवेश करने का एक तरीका है। विभिन्न निवेशकों से एकत्रित किया गया धन को एक ही फंड मैनेजर द्वारा बॉन्ड और शेयर बाजार में निवेश किया जाता है जो इस फंड की देखरेख करता है। अपने निवेश के लिए, निवेशक को इकाइयाँ प्राप्त होती हैं। इकाई को एनएवी (NAV) के रूप में जाना जाता है।

  • पारस्परिक वित्त (Mutual Finance) में, व्यापारी निवेश के लागत शुल्क और लाभों का साझा करते हैं। निवेशक यह तय करता है कि उन्हें कितना जोखिम उठाना चहिए, और उनकी धन वापसी इस बात पर निर्भर करती हैं, कि निवेश कितना अच्छा प्रदर्शन करता है। 
  • म्युचुअल वित्त निष्क्रिय या सक्रिय रूप से नियंत्रित हो सकता है। एक सक्रिय रूप से नियंत्रित फंड से रिटर्न बेहतर होता है, लेकिन इसमें उस विकल्प को चुनने वाले व्यापारियों के लिए बेहतर जोखिम भी शामिल होता है।

सरल शब्दों में कहें तो Mutual Funds कई लोगों के पैसे से बना एक बजट (फण्ड);है। जिसमें निवेश की गई राशि का उपयोग विशिष्ट स्थानों में पैसा लगाने के लिए किया जाता है और निवेशक को उसकी राशि से अधिक से अधिक आय (मुनाफा) प्रदान करने का प्रयास किया जाता है। आशा है आप समझ गए होंगे कि "Mutual Fund Kya Hota Hai In Hindi" और जानकारी के लिए लेख पूरा पढ़िए। 

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म्यूचुअल फंड में SEBI (सेबी) की क्या भूमिका होती है?

म्युचुअल फंड में (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) SEBI के तहत पंजीकृत हैं जो भारत में बाजार को नियंत्रित करता है। निवेशकों का पैसा बाजार में सुरक्षित रखने का काम SEBI करता है. सेबी द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि कोई भी कंपनी लोगों को धोखा नहीं दे रही है।

म्यूचुअल फंड भारत में लंबे समय से मौजूद हैं, लेकिन आज भी लोग इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं। शुरुआती दौर में लोगों की यह धारणा थी कि म्यूच्यूअल फण्ड सिर्फ अमीर वर्ग के लिए है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है और आज के समय में यह धारणा बदलती नजर आ रही है. 

लोगों का रुझान म्यूचुअल फंड की तरफ बढ़ा है. आज के समय में म्यूच्यूअल फण्ड सिर्फ अमीर वर्ग के लिए ही नहीं है। बल्कि कोई भी व्यक्ति म्यूच्यूअल फण्ड में मात्र 500₹ हर महीने की दर से निवेश कर सकता है। म्यूचुअल फंड में निवेश की न्यूनतम राशि 500 ​​रुपये है।

म्यूचुअल फंड के कितने प्रकार होते हैं?

Mutual Funds कई तरह के होते हैं। इन्हें हम 2 कैटेगरी में बांट सकते हैं। पहला (A) संरचना के आधार पर म्युचुअल फंड के प्रकार हैं और दूसरा (B)परिसंपत्ति (Asset) के आधार पर Types Of Mutual Funds के प्रकार हैं।

A) संरचना के आधार पर म्यूचुअल फंड के प्रकार 

  • ओपन एंडेड म्युचुअल फंड
  • क्लोज एंडेड म्युचुअल फंड 

यह निवेशकों को पूर्व-निर्धारित अंतरालों पर निधियों का व्यापार करने की अनुमति देता है। और उस निश्चित अवधि पर फंड्स की ट्रेडिंग की जा सकती है।

हमने संरचना के आधार पर म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकारों के बारे में बात की, अब हम संपत्ति के आधार पर म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकारों के बारे में बात करेंगे।

B) परिसंपत्ति (Asset) के आधार पर Mutual Funds के प्रकार

  • ऋण निधि (Debt Funds)
  • लिक्विड म्युचुअल फंड (Liquid Mutual Funds)
  • इक्विटी फंड (Equity Funds)
  • मुद्रा बाजार फंड )Money Market Funds)
  • संतुलित म्युचुअल फंड (Balanced Mutual Funds)

इस प्रकार के कोष (Fund) एक ओर निवेशकों को आय में स्थिरता प्रदान करते हैं, तो वही दूसरी ओर आय की वृद्धि को भी बढ़ावा देते हैं।

म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर मैनेजर कौन karta है?

फंड को संभालने का काम प्रोफेशनल फंड मैनेजर कहे जाने वाले एक विशेषज्ञ चरित्र के माध्यम से किया जाता है। एक विशेषज्ञ फंड मैनेजर का काम म्यूचुअल फंड की देखभाल करना और फंड के पैसे को सही जगह पर निवेश करके अतिरिक्त कमाई करना है। आसान शब्दों में कहें तो इसका काम इंसानों के माध्यम से निवेश किए गए पैसे को मुनाफे में बदलना होता है।

म्यूचुअल फंड काम कैसे करता है?
Mutual Fund Me Invest Kaise Kare

म्यूचुअल फंड काम कैसे करता है?

म्युचुअल फंड में कई निवेशकों के पैसे को एक साथ जमा किया जाता है और उस जमा पैसे का उपयोग प्रतिभूतियों (Securities) को खरीदने के लिए किया जाता हैं। यू समझिए म्युचुअल फंड एक प्रकार का निवेश है, जहां प्रबंधन कंपनी कई निवेशकों से धन एकत्र करती है और उस जमा धन का उपयोग इन निवेशकों के लिए प्रतिभूतियां खरीदने के लिए करती है। म्युचुअल फंड विभिन्न प्रकारों जैसे स्टॉक, बॉन्ड, मनी मार्केट फंड, इंटरनेशनल फंड आदि में पेश किए जाते हैं।


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म्यूचुअल फंड का अर्थ क्या होता है?

म्युचुअल फंड स्टॉक, बॉन्ड और अन्य Securities में निवेश हैं जो पब्लिक एक्सचेंजों पर व्यापार करते हैं। एक म्युचुअल फंड इन प्रतिभूतियों (Securities) को खरीदने के लिए निवेशकों के पैसे को एक साथ एकत्रित करता है। Mutual Fund छोटे निवेशकों को स्टॉक, बॉन्ड और इसी तरह के निवेश के पेशेवर रूप से प्रबंधित पोर्टफोलियो (Managed Portfolio) तक पहुंच प्रदान करता हैं, जो व्यक्तिगत रूप से निवेश (Investment) करने के लिए अधिक धन खर्च होंगे।

म्यूचुअल फंड का इतिहास (History of Mutual Funds?)

भारत में म्युचुअल फंड उद्योग (Mutual Fund industry) की शुरुआत 1963 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारत सरकार की पहल पर यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (UTI) के गठन के साथ हुई। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे निवेशकों को आकर्षित करना और उन्हें निवेश और बाजार से संबंधित विषयों से अवगत कराना था।

संसद के एक अधिनियम के तहत यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (UTI) का गठन 1963 में किया गया था। इसकी स्थापना भारतीय रिजर्व (RBI) बैंक द्वारा की गई थी। और शुरुआत में इसने RBI के ही तहत काम किया गया था।


साल 1978 में, UTI को RBI से अलग कर दिया गया था। भारतीय औद्योगिक विकास बैंक (IDBI) को RBI के स्थान पर नियामक (Regulatory) और प्रशासनिक नियंत्रण करने का अधिकार मिल गया। और यूटीआई ने इसके तहत ही काम करना शुरू किया।


भारत में म्युचुअल फंड विकास के कई चरणों में विभाजित (Divided) किया जा सकता है। जैसा कि पहला चरण साल 1964 से 1987 तक था, जिसमें UTI को ₹6700Cr का फंड मिल चूका था।


इसके बाद दूसरा चरण साल 1987 से प्रारम्भ होता है, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र फंड (Public Sector Fund) की प्रविष्टि (Entry) प्रारम्भ हुई। इस दौर में कई बैंकों को म्यूच्यूअल फण्ड बनाने का मौका (Opportunity)  मिला। 


एसबीआई ने अपना पहला NON UTI म्यूचुअल फंड बनाया। दूसरा चरण वर्ष 1993 में समाप्त हुआ, लेकिन दूसरे चरण के अंत तक, एयूएम यानी एसेट्स अंडर मैनेजमेंट ₹6700Cr से कई गुना बढ़कर ₹47004CR हो गया। इस दौर में निवेशकों में (Mutual Fund) को लेकर खासा उत्साह देखा गया।


फिर तीसरा चरण का सुरुवात साल 1993 से हुआ इस चरण में निजी क्षेत्र के फंड (Private Sector Funds) स्वीकृत किए गए। इस चरण में निवेशकों को म्यूच्यूअल फण्ड के अधिक विकल्प मिले। यह चरण 2003 में समाप्त हुआ।


साल 2003 चौथा चरण शुरू हुआ जो की अब तक चलाता आ रहा है. 2003 में UTI को दो अलग-अलग चरणों में बाँट दिया गया. पहला SUUTI और दूसरा UTI Mutual Fund जो की SEBI MF के नियमो के तहत काम करते थे।


साल 2009 में पूरी दुनिया पर आर्थिक मंदी का असर पड़ा जिससे भारत में निवेशकों को भी भारी नुकसान हुआ। इससे लोगों का Mutual Fund पर से भरोसा कम हो गया। लेकिन धीरे-धीरे यह उद्योग पटरी पर वापस लौटने लगा। और साल 2016 में एयूएम ₹15.63 ट्रिलियन (खरब) हो गया था। जो अब तक का सर्वाधिक था।


म्यूचुअल फंड निवेशकों की संख्या लगभग 5 CR को पार कर गई है और हर महीने लाखों नए निवेशक इससे जुड़ रहे हैं। यही दौर म्यूचुअल फंड के लिए एक सुनहरा साबित हुआ है।


म्युचुअल फंड सही है या गलत? True Or False Mutual Funds 

म्युचुअल फंड सही या ग़लत सीधे तरीक़े से कह पाना उतना आसान नहीं है। क्यूँकि हर चीज के दो पहलू होता हैं, लेकिन हाँ इस फंड के पक्ष में ज़्यादा लोगों के अच्छे मत है, वहीं आपको जब भी इस फंड में निवेश करने की बारी आएगी तब आपको ये समझना होगा आप उतना ही पैसा निवेश करें जितना आपकी क्षमता हो।

  • साथ ही किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले हमेशा अपना खुद का शोध करें। किसी के बहकावे में आकार का निवेश न करें।

म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करे?

Mutual Fund Me Invest Kaise Kare: म्यूचुअल फंड में निवेश करना बहुत आसान है आप अपने स्मार्ट फोन से ही कर सकते है गूगल प्ले स्टोर पर बहुत सारी एप्प महजूद है जिसके इस्तमाल से आप आसानी से Mutual Fund में invest कर सकते हैं, याह मैं आप को कोई आप का सलहा नही दे रहा हु, आप खुद ही रीसर्च करें जो आप आप को अच्छा लगे उसे इस्तमाल करके म्यूचूअल फंड में निवेश करे से। और किसी के बहकावे में आकार जल्दबादी ना करें। पहने पुरी जानकारी प्राप्त करें यहां हम "म्यूचुअल फंड से कमाई" कैसे करें बता रहे हैं तो लेख में बने रहें।

म्युचुअल फंड क्या है कैसे कम करता
"mutual fund kya hai in hindi"

SIP म्यूचुअल फंड क्या है?

Mutual Fund Sip Kya Hai: आप SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में छोटी-छोटी रकम जोड़कर निवेश कर सकते हैं। और बड़ी रकम बना सकते हैं। SIP का फूल फार्म असल में (Systematic Investment Plan) यानी व्यवस्थित निवेश योजना प्लान है, जिसमें आमतौर पर निवेशक हर महीने एक पूर्व निर्धारित राशि का निवेश करता है। 

म्यूचुअल फंड के फायदे (Benefits of Mutual Funds in Hindi)

Mutual Fund कई निवेशकों के लिए एक Popular व आसानी से समझ में आने वाला Investment साधन  है। जिन निवेशकों के पास शेयर बाजार का ज्ञान नहीं है, समय की कमी है या वे छोटा-मोटा निवेश करना चाहते हैं, ऐसे निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना आसान होता है और साथ ही वे म्यूचुअल फंड के अन्य लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं। वैसे तो म्यूच्यूअल फण्ड के बहुत सारे फायदे हैं लेकिन यहां पर मैं इससे होने वाले महत्वपूर्ण फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं:

  • व्यावसायिक प्रबंधन से पैसों का निवेश किया जाता है।
  • कम पैसों में अच्छा निवेश का विकल्प भी मिलता है।
  • आप अपने पैसे की निकासी आसानी से कर सकते हैं।
  • म्यूचुअल फंड्स में आपको टैक्स पर छूट मिलती है।
  • सुरक्षित व आसान तरीके से निवेश किया जा सकता है।
  • विभिन्न योजनाओं में निवेश करने का सुनहरा मोका है।
  • म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिलता है।

म्युचुअल फंड के नुकसान (Disadvantages of Mutual Funds in Hindi)

म्युचुअल फंड में भी अपनी कमियां होती हैं। शेयरों की कीमतों की तरह, उनकी इकाइयों की एनएवी में भी उतार-चढ़ाव होता रहता है। जबकि उनके निवेश पेशेवर प्रबंधकों (Professional Managers) द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं और सामान्य निवेशकों और बाजार की तुलना में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं, म्यूचुअल फंड में निवेश पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती है और यह बाजार जोखिम से प्रभावित हो सकता है।

  • म्युचुअल फंड में भी बाजार का जोखिम शामिल होता है और रिटर्न की गारंटी नहीं होती है। कई बार निवेश की गई राशि घट भी सकती है।
  • निवेश करने से पहले, लागू प्रवेश शुल्क और निकास शुल्क की जाँच कर ले। कभी-कभी ये शुल्क कुल 2% से भी अधिक हो सकते हैं।
  • यहां तक कि अगर रेटिंग के कारण निवेश किया जाता है, तो जरूरी नहीं कि यह फंड अपने पैसे को दोहराए।

म्यूचुअल फंड से संबधित सवाल – Mutual Fund Related Questions (FAQs)

प्रश्न: म्यूचुअल फंड में कितना ब्याज मिलता है?

उत्तर: यह वह फंड है जिसमें कितना ब्याज मिलेगा यह पूरी तरह से तय नहीं होता है, उस फंड को किन कंपनियों पर निवेश किया गया है, कितने समय के लिए निवेश किया गया है। इस पर ब्याज दर निर्भर करता है 

प्रश्न: म्यूचुअल फंड SIP क्या है?

उत्तर: जैसे (बूंद बूँद से बाल्टी भरता है) SIP भी इसी तरह काम करता है। एसआईपी के जरिए थोड़ा-थोड़ा पैसा म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने से यह बहुत बड़ी पूंजी बन जाती है।

प्रश्न: म्यूचुअल फंड क्या है कैसे काम करता है?

उत्तर: म्यूचुअल फंड अलग-अलग लोगों से थोड़ा-थोड़ा पैसा इकट्ठा करती है, और प्रोफेशनल मैनेजर्स द्वारा इस फंड की संपत्ति को इस तरह से निवेश करते हैं जिससे फंड के निवेशकों के लिए पूंजीगत लाभ होती है।


ज़रूरी सूचना 

म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले सभी दस्तावेज और फंड से जुड़ी सभी जानकारियां जुटा लें। किसी भी नुकसान के लिए पूरी तरह से आप खुद ही जिम्मेदार होंगे।


अंतिम शब्द

प्रिय पाठकों आज के इस पोस्ट के जरिये आप ने जाना म्युचुअल फंड क्या है कैसे कम करता है "mutual fund kya hai hindi mai jankari" प्रदान की है हमे उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसदं आई होगी  तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें यदी म्यूचुअल फंड के बारे में जानकारी से जुडी अन्य जानकारी चाहते है तो कृपया कमेंट में लिखें जिससे हम आपकी और मदद कर सके, धन्यवाद।



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