पीरियड के दौरान खून का थक्का क्यों निकलता है? | Blood Clots During Periods

WhatsApp Channel Join Now

Facbook Page Follow Now

Blood Clot In Period In Hindi: क्या आपकों भी पीरियड्स के दौरान रक्त के थक्के आते हैं? तो एक्सपर्ट से जानते हैं पीरियड में खून के थक्के बनने का कारण क्या है?

blood clots during period with pain in hindi
blood clotting during periods in hindi

हर महिला को मासिक धर्म से गुजरना पड़ता है। यह कोई बीमारी नहीं बल्कि एक प्राकृतिक प्रक्रिया (natural process) है, जिसमें तीन से पांच दिन तक ब्लीडिंग होती रहती है। जिसके कारण पेट दर्द, पीठ दर्द और मूड में बदलाव जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कई बार मासिक धर्म के दौरान बहुत अधिक रक्त प्रवाह (Heavy Blood Flow) होता है। वहीं कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान रक्त के थक्के (blood clots) का भी अनुभव होता है। अब सवाल यह उठता है कि “पीरियड में खून के थक्के जमना” सामान्य बात है या किसी बीमारी का संकेत।

{tocify} $title={जानिए इस लेख में क्या क्या है}

$ads={1}

पीरियड्स के दौरान खून का जमना (Heavy Blood Clot During Periods In Hindi)

अधिकांश महिलाओं को मासिक धर्म चक्र के दौरान रक्त के थक्के का अनुभव होता है। हालाँकि आपके मासिक धर्म के दौरान रक्त के थक्के बनना सामान्य हो सकता है, लेकिन बड़े रक्त के थक्के (Heavy Blood Clot) बने रहना किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति का संकेत हो सकता है। यदि आप लगातार ऐसी समस्याओं से पीड़ित हैं, तो स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाना ज़रूरी है। (Cause Of Blood Clotting during periods) क्या मासिक धर्म के दौरान रक्त का थक्का जमने का क्या कारण है और कौन से लक्षण यह निर्धारित कर सकते हैं कि मासिक धर्म के दौरान रक्त का थक्का बनना सामान्य है या असामान्य? आईए जानते हैं। blood clotting during periods in hindi

क्या पीरियड्स के दौरान रक्त के थक्के आना सामान्य है?

मासिक धर्म के दौरान बनने वाले खून के थक्के जैली जैसे (Jelly Like Blood Clots During Period) और बहुत छोटे मांस के टुकड़े जैसे होते हैं। यह एक प्रकार का ऊतक (Tissue) है जो मासिक धर्म के दौरान गर्भाशय से निकलता है। इसमें कोई चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर आपके पीरियड्स के दौरान नियमित रूप से खून के थक्के बनते हैं और ये थक्के बड़े हैं, तो आपको डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए। यदि किसी महिला को मासिक धर्म के दौरान रक्त के थक्के का अनुभव होता है, तो इसका मतलब है भारी रक्तस्राव (Heavy Bleeding) जिससे शरीर में रक्त की कमी हो सकती है और संक्रमण का खतरा काफी बढ़ जाता है। पीरियड में खून के थक्के बनने का कारणों की वजह से गर्भाशय बड़ी हो जाती है।

painful periods with blood clots in Hindi

painful periods with blood clots in Hindi

पीरियड्स के दौरान सामान्य व असामान्य रक्त के थक्कों में किया अंतर है| Difference between normal and abnormal blood clots during periods.

पीरियड्स के दौरान ब्लड क्लॉट्स बहुत छोटे और कम होते हैं और यह कभी-कभी ही देखे जाते हैं, वे आमतौर पर सामान्य होते हैं। हालाकि मासिक धर्म के दौरान रक्त वाहिकाओं में बनने वाले रक्त के थक्के समान नहीं होते हैं।


जबकि मासिक धर्म के दौरान नियमित रक्त के थक्के आकार में एक चौथाई से बड़े होना या पीरियड्स के समय भारी रक्तस्राव एक चिकित्सीय स्थिति का संकेत दे सकता है जिसका जांच कराने की आवश्यकता है

पीरियड में खून के थक्के बनने का कारण क्या है?

Hormonal Imbalance| हार्मोनल असंतुलनर्भाशय की परत ठीक से बढ़ने और उचित विकास के लिए प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन के बैलेंस पर निर्भर करती है. अगर ये हार्मोन असंतुलित होते हैं, तो Heavy Periods With Blood Clots क्लॉट्स होने की संभावना होती है. पेरिमेनोपॉज, मेनोपॉज, वजन घटाने या वेट बढ़ने और यहां तक कि स्ट्रेस (तनाव) के कारण भी हार्मोनल उतार-चढ़ाव हो सकते हैं।

सर्वाइकल कैंसर

गर्भाशय सर्वाइकल कैंसरग्रस्त ट्यूमर अत्यधिक रक्तस्राव और गर्भाशय फाइब्रॉएड या गर्भाशय में गांठ होते है तो रक्त के थक्के का कारण बन सकते हैं। ऐसे मामलों में हम अनुशंसा करते हैं कि आप को चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।

गर्भाशय संबंधी समस्याएं

गर्भाशय फाइब्रॉएड, एडेनोमायोसिस और एंडोमेट्रियोसिस जैसी बीमारियों के कारण गर्भाशय बड़ा हो सकता है और गर्भाशय की दीवार पर दबाव पड़ सकता है। इससे मासिक धर्म के दौरान रक्तस्राव बढ़ सकता है और रक्त के थक्के जम सकते हैं।


इन सभी कारणों के आलावा भी कई और कारण है जिससे “पीरियड में खून के थक्के बनने का कारण” माना जाता है जैसे गर्भाशय में रुकावट, एंडोमेट्रियोसीजोनिवृत्ति, संक्रमण/ इंफेक्शन आदि, यदि आप इन परेशानियों से सामना कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।


अस्वीकरण: इस लेख में दी गई सलाह और जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह नहीं माना जाना चाहिए। अपने आहार में किसी भी तरह के बदलाब करने या अपना आहार बदलने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरुर लें। 

Editorial Team

We write Unique Content related to news, tips, facts, Reviews And Much More! Stay updated with us facebook

Post a Comment

Previous Post Next Post