प्राचीन समय में बिहार किस नाम से जाना जाता था: बिहार, जो आज भारत के महत्वपूर्ण राज्यों में से एक है, का एक समृद्ध और प्राचीन इतिहास है। बिहार का नाम सुनते ही ऐतिहासिक धरोहरों, पवित्र स्थलों और अद्वितीय सांस्कृतिक विरासत की छवि उभरती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि “बिहार राज्य का प्राचीन नाम क्या था” और इसके वर्तमान नाम की उत्पत्ति कैसे हुई? तो आइए जानते हैं (Bihar Ka Prachin Naam aur itihas Kya Tha)
$ads={1}
बिहार का प्राचीन नाम क्या था?
बिहार का प्राचीन नाम "विहार" व दक्षिण बिहार का “मगध” था। "विहार" का अर्थ होता है वह स्थान जहां भिक्षु रहते हैं और ध्यान करते हैं। प्राचीन भारत में यह क्षेत्र बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। यहाँ अनेक बौद्ध विहार थे, जिनमें भिक्षु निवास करते थे और धार्मिक अध्ययन करते थे। इसी कारण इस क्षेत्र को "विहार" कहा जाता था, जो बाद में बिहार के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
यह भी पढ़े - प्राचीन, मध्यकालीन व आधुनिक बिहार का इतिहास (History of ancient, medieval and modern Bihar in Hindi)
बिहार का नाम बिहार क्यों पड़ा?
जैसा कि ऊपर बताया गया, बिहार का नाम "विहार" शब्द से आया है। बौद्ध धर्म के उत्कर्ष के समय यहां कई विहार बने, जो इस क्षेत्र की पहचान बन गए। समय के साथ, "विहार" शब्द ने एक बड़े क्षेत्र को दर्शाने के लिए "बिहार" का रूप ले लिया। इस प्रकार यह राज्य अपने धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के कारण "बिहार" के नाम से दुनियां भर में जाना जाने लगा।
दक्षिण बिहार का प्राचीन नाम
दक्षिण बिहार को प्राचीन काल में "मगध" के नाम से जाना जाता था। मगध, महाजनपद काल के सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक था और यह क्षेत्र प्राचीन भारत के राजनीतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों का केंद्र था। यहाँ की राजधानी पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) थी, जो मौर्य और गुप्त साम्राज्यों की राजधानी भी रही। मगध के शक्तिशाली शासकों, जैसे कि चंद्रगुप्त मौर्य और अशोक, ने भारतीय उपमहाद्वीप के एक बड़े हिस्से पर शासन किया था।
$ads={1}
बिहार राज्य की स्थापना कब हुई?
बिहार राज्य की स्थापना का सटीक समय बताना कठिन है क्योंकि यह क्षेत्र प्राचीन काल से ही विभिन्न साम्राज्यों का हिस्सा रहा है। लेकिन, आधुनिक बिहार की स्थापना 22 मार्च, 1912 को हुई थी, जब प्रेसीडेंसी बंगाल को विभाजित कर बिहार और उड़ीसा को एक नया प्रांत बनाया गया। बाद में 1936 में, बिहार और उड़ीसा को भी अलग कर दिया गया और बिहार एक स्वतंत्र राज्य के रूप में अस्तित्व में आया।
यह भी पढ़े - बिहार दिवस की स्थापना कब हुई थी, Bihar Diwas Kab Manaya Jata Hai, When was Bihar diwas established
बिहार का क्षेत्रफल और जनसंख्या
आज के समय में बिहार भारत का एक सबसे महत्वपूर्ण राज्य है, जिसका क्षेत्रफल लगभग 94,163 वर्ग किलोमीटर है। वही जनसंख्या की दृष्टि से बिहार भारत के सबसे घनी आबादी वाले राज्यों में से एक है। 2021 की जनगणना के अनुसार, बिहार की जनसंख्या लगभग 12.5 करोड़ है, जिससे यह भारत का तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य बनता है। बिहार की जनसंख्या का घनत्व भी बहुत अधिक है, जो प्रति वर्ग किलोमीटर लगभग 1,106 लोग हैं।
संबंध सवाल (FAQ)
प्रश्न: बिहार का पहला और पुराना नाम क्या है?
उत्तर: बिहार का पहला और पुराना नाम 'विहार' व 'मगध' था। यह नाम बौद्ध धर्म के विहारों से उत्पन्न हुआ, वही मगध, महाजनपद काल के सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक था।
प्रश्न: बिहार का असली नाम क्या है?
उत्तर: बिहार का असली नाम 'विहार' है, जो बाद में 'बिहार' में परिवर्तित हो गया। यह नाम बौद्ध विहारों से उत्पन्न हुआ है जो इस क्षेत्र में स्थित थे।
प्रश्न: बिहार की खोज कब हुई है?
उत्तर: बिहार की 'खोज' के संदर्भ में, यह कहना कठिन है क्योंकि यह क्षेत्र प्राचीन काल से ही ज्ञात और बसा हुआ है। आधुनिक बिहार की स्थापना 22 मार्च, 1912 को हुई थी।
प्रश्न: बिहार को कितने नामों से जाना जाता है?
उत्तर: बिहार को दो नामों से जाना जाता हैं 'विहार' और दक्षिण बिहार के लिए 'मगध’ यह नाम इसके प्राचीन और सांस्कृतिक इतिहास से जुड़े हुए हैं।
निष्कर्ष
बिहार की ऐतिहासिक महत्ता और सांस्कृतिक धरोहर आज भी इसके वर्तमान में झलकती है। प्राचीन काल से ही यह राज्य दुनिया भर के लिए शिक्षा, धर्म और संस्कृति का केंद्र रहा है, और इसकी पहचान "विहार" से "बिहार" तक की यात्रा में स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। आज भी बिहार अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित रखते हुए विकास की ओर अग्रसर है।