राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध, भाषण, इतिहास | National Girl Child Day in Hindi

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राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध (कविता, थीम, भाषण, स्लोगन, शायरी) इस दिवस का महत्व बहुत अधिक है, यह लड़कियों व महिलाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के प्रति लोगों को जागरूक करता है। इस लेख में "राष्ट्रीय बालिका दिवस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी" बताई की गई है। यहाँ पर दी गई जानकारी बच्चों से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी करने वाले सभी स्कूल छात्रों के लिए उपयोगी साबित होगी। तो आइये जानते हैं, "Rashtriya Balika Diwas" का इतिहास, महत्व, निबंध और अन्य सभी जानकारी। [National Girl Child Day in Hindi] (Essay, Speech, Quotes, Theme, Celebrated, National Girl Child Day 2023

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राष्ट्रीय बालिका दिवस (Rashtriya Balika Diwas) पर निबंध भाषण जो स्कूल छात्रों को निबंध लेखन प्रतियोगिता के लिए उपयोगी है। Girl Child Day essay in Hindi
National Girl Child Day | Rashtriya Balika Diwas

“राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हर वर्ष अलग अलग थीम रखी जाती है, इस वर्ष राष्ट्रीय बालिका दिवस थीम 2023 (National Girl Child Day Theme 2023) की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।„

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अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day In Hindi)

Rashtriya Balika Diwas: दुनिया भर में आश्चर्यजनक रूप से लिंगानुपात (Sex Ratio) की घटना असंतुलित हो गया है। देश के ग्रामीण हिस्सों में अधिकतर लोग बेटियां को जन्म से पहले ही मार देते जिसे कन्या भ्रूण हत्या कहा जाता है, हालाकी अभी लोग शिक्षित हो रहे हैं तो इसमें भी सुधार हो रहा है, इन्हीं सब कारणों से भारत में बालिकाओं की सुरक्षा प्रदान करने हेतु और उनके अधिकारों के बारे में लोगो को जागरूक करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की गाई जिसे हम "राष्ट्रीय बालिका दिवस" कहते हैं 

राष्ट्रीय बालिका दिवस कब है (Rashtriya Balika Diwas Kab Hai)

  • National Girl Child Day: भारत में प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी के दिन राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) मनाया जाता है। इस साल भारत में 15वां "Rashtriya Balika Diwas" मनाया जा रहा है। लड़कियों के मूल अधिकारों के बारे में लोगो को जागरूक करने के उद्देश्य से “राष्ट्रीय बालिका दिवस” मनाया जाता है 

राष्ट्रीय बालिका दिवस का थीम 

(Theme Of National Girl Child Day

भारत में हर वर्ष “राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम” अलग अलग रखा रखा जाता है। इस साल “बालिका दिवस की थीम 2023” अभी तक घोषित नहीं की गई है।

  • साल 2001 में बालिका दिवस पर 'डिजिटल जनरेशन, अवर जेनरेशन' थीम रखा गया था
  • साल 2020 के बालिका दिवस के अवसर पर 'मेरी आवाज, हमारा साझा भविष्य' थीम रखा गया था।

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राष्ट्रीय बालिका दिवस क्यों मनाया जाता है?

"Why Do We Celebrate National Girl Child Day in Hindi"

  • राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों की मदद करना और उन्हें उचित अवसर प्रदान करना है। इसका उद्देश्य लोगों में बालिकाओं के अधिकारों और बालिका शिक्षा के महत्व और उनके स्वास्थ्य और पोषण के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है। "कन्या भ्रूण हत्या" और लैंगिक असमानता से लेकर यौन शोषण तक सभी मुद्दों पर लड़कियों और लोगों को जागरूक करना। लड़कियों को अभी भी असमानता, बालिका अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य और लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है, ऐसे में लड़कियों को जागरूक करने के लिए हर साल राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। ताकि वह अपने अधिकारों को जान सके और उनका सदुपयोग कर सके।

राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य किया हैं?

बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य समाज और लोगों में बालिकाओं के साथ लैंगिक भेदभाव के बारे में लोगों को जागरूक करना और लड़कियों के प्रति दृष्टिकोण (नजरिया) में सुधार लाना है।


बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य समाज और लोगों में बालिकाओं के साथ लैंगिक भेदभाव के बारे में लोगों को जागरूक करना और लड़कियों के प्रति दृष्टिकोण (नजरिया) में सुधार लाना है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस| image from pixabay 

  • बालिकाओं की स्थिति में सुधार और भेदभाव को खत्म करने के लिए भारत सरकार ने समय समय पर कई अभियान चलाए हैं। जैसे “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” कॉलेज और विश्वविद्यालयों में लड़कियों के लिए आरक्षण शुरू करना, सेव द गर्ल चाइल्ड, लड़कियों के लिए मुफ्त या रियायती शिक्षा अभियान चलाना, आदि सामिल है,
  • मुख्य रूप से राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को बालिकाओं और लड़कियों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें ने भी बेटियों के प्रति लोगों में अधिक जागरूकता बढ़ाने के लिए अपने-अपने राज्यों में कई तरह कदम उठाती रहती हैं। भारत में 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस और 11 अक्टूबर को “अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस” के रूप में हर साल मनाया जाता है।

राष्ट्रीय बालिका दिवस का महत्व 

"Importance of National Girl Child Day in Hindi"

  • भारत में हर वर्ष 24 जनवरी के दिन “राष्ट्रीय बालिका दिवस” के रूप में मनाया जाता है। आज के दौर बेटियां देश के कोने कोने में अपना परचम लहरा रही हैं। पहले जहां लोग बेटियों के पैदा होने से पहले ही गर्वपात करवा दिया जाता था जैसे (भूर्ण हतिया) या पैदा होने पर उन्हें “बाल विवाह” जैसे “कुप्रथा” में डाल दिया जाता था, लेकिन अब जमाना बदल गया है, अब लोग बेटियां होने पर गर्व महसूस करते हैं। 
  • भारत देश को आजादी मिलने के बाद से सरकार ने बेटियों और बेटों के बीच की भेदभाव को जार से खत्म करने के लिए कई तरह के योजनाएं चलाई हैं। और बेटियों को देश में प्रथम स्थान पर लाने के लिए कई कानून भी लागू किए गए। जैसे गर्व में लिंग की जानकारी प्राप्त करना गैर कानूनी है, आदि

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राष्ट्रीय बालिका दिवस का इतिहास 

(History of National Girl Child Day in Hindi)

  • साल 2008 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत की गई थी और पहली बार राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी 2008 को मनाया गया था। तब से हर वर्ष 24 जनवरी को ही राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाने लगा है। इसके पीछे भी एक खास कारण है, भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 24 जनवरी 1966 को बालिकाओं के समान और उसके अधिकार के हक के लिए शपथ ली थी। 
  • इसलिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने 24 जनवरी के दिन को बालिकाओं और महिला सशक्तिकरण व लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए “राष्ट्रीय बालिका दिवस" के रूप में चुना।

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर 10 लाइनें 

याह बच्चों के लिए हिंदी में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर 10 लाइनें उपल्ब्ध है जो स्कूल छात्रों को निबंध लेखन, प्रतियोगिता के लिए उपयोगी है। (10 Lines on National Girl Child Day in Hindi)

  1. राष्ट्रीय अस्तर पर 24 जनवरी को बालिका दिवस मनाया जाता है।
  2. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सन 2008 में राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत की गई थी।
  3. महिला एवं बाल विकास के मंत्री रेणुका चौधरी ने साल 2008 में इस दिन की आधारशिला रखी थी।
  4. इस दिन को लेकर नई दिल्ली में राष्ट्रीय बालिका दिवस के लोगो का विमोचन भी हुआ।
  5. भारत सरकार द्वारा पूरे देश में राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत और कार्यान्वयन किया गया था।
  6. भारत सरकार की सराहना से सभी ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाना अनिवार्य कर दिया गया है।
  7. राष्ट्रीय बालिका दिवस लड़कियों की सुरक्षा और स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देता है।
  8. राष्ट्रीय बालिका दिवस लड़कियों की साक्षरता दर बढ़ाने पर केंद्रित है। स्वयंसेवक ग्रामीण इलाकों में जाते हैं और लोगों को बालिका कि साक्षरता के महत्व के बारे में जागरुक करते हैं।
  9. भारत में पुरुष और महिला की साक्षरता दर में लगभग 15% का अंतर है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, हमारे देश में महिला साक्षरता दर 65.46% और पुरुषों में साक्षरता दर 80% है।
  10. राष्ट्रीय बालिका दिवस पर लोगों को महिलाएं पुरुषों के बराबर हैं और समान अधिकार के हकदार भी हैं इसकी जानकारी लोगो को दिया जाता है और यह राष्ट्रीय बालिका दिवस द्वारा सुनिश्चित भी किया गया है।

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राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध

(Essay On National Girl Child Day In Hindi)

याह स्कूल छात्रों के लिए "Rashtriya Balika Diwas Par Nibandh" बालिका दिवस पर निबंध, दिया गया है जो स्कूल, भाषण, स्लोगन, लेखन, निबंध, प्रतियोगिता में उपयोगी साबित हो सकता है। short note on National Girl Child Day

  • 24 जनवरी 2008 को पर्थम राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया था। यह दिन एक नई शुरुआत थी जिसे कई महिलाओं ने भरपूर समर्थन किया। और
  • कई गैर सरकारी संगठन ने भी इस मुद्दे को जोर सौर से उठाने और प्रचार प्रसार में भाग लेने के लिए आगे आए।
  • एक लड़की को अपने जन्म से लेकर मिर्तू तक कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य यही है की देश के सभी लड़कियों के सामने आने वाली समस्याओं के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना है।
  • कई जगहा तो महिलाओं को गर्व धारण करते ही गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया जाता है। ऐसी और भी अनेकों समस्याएं हैं जिन पर महिलाओं के साथ चर्चा की गई है, ताकि उन्हें यह जानने में सहायता मिल सके कि क्या गलत और क्या सही है।
  • राष्ट्रीय बालिका दिवस देश के सभी लड़कियों के अधिकारों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देता है। अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र में लड़कियों को संविधान के अनुसार अपने हक के लिए उनके पास क्या अधिकार हैं। नही पता होता है। इसलिए, स्वयंसेवक उनके मौलिक मानवाधिकारों का प्रचार करते हैं और उन्हें अपनी महत्व को समझने में मदद करते हैं।
  • कई गांवों में लड़कियों के लिए शौचालय और स्नानागार खुले मैदान में होते हैं। वे निजी शौचालयों और स्नानघरों के महत्व को समझने में विफल रहते हैं। स्वयंसेवक उन्हें बंद शौचालयों और स्नानघरों के महत्व को समझने में मदद करते हैं, जो स्वच्छता के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।
  • राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य में एक है महिलाओं को उनके स्वास्थ्य और पोषण के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाना है। स्वयंसेवकों द्वारा युवा लड़कियों को उनके शरीर में होने वाले बदलावों और उन्हें कि सवस्त रहने के लिए क्या करना चाहिए इसकी भी जानकारी देते।
  • देश के कई हिस्सों में आज भी लड़कियों को बोझ समझते हैं, जो वाकई बहुत बुरा है। इसलिए राष्ट्रीय बालिका दिवस बालिकाओं की गरिमा की रक्षा करता है और हमारे देश में एक बालिका के साथ हुए अन्याय के खिलाफ उनके साथ खड़ा होता है। 

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अक्शर पूछे जानेवाले सवाल (FAQ)

प्रश्न: राष्ट्रीय बालिका दिवस की सुरुबात कब और किस ने किया?

उत्तर: इसकी शुरुआत साल 2008 में महिला एवं बाल विकास मंत्री रेणुका चौधरी द्वारा सुरु किया गया था।

प्रश्न: 24 जनवरी को ही बालिका दिवस क्यों मनाते है?

उत्तर: भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 24 जनवरी 1966 में इसकी शपथ ली थी, इसलिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2008 में 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। ताकि महिलाओं और लड़कियों को सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा सके।

प्रश्न: बालिका दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या हैं?

उत्तर: इस दिन को मनाने का एक मात्र उद्देश्य देश की बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। और बेटियों के साथ-साथ समाज को भी लैंगिग भेदभाव के प्रति जागरूक करना है। पूरे भारत में इस दिन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं।

प्रश्न: पहली बार राष्ट्रीय बालिका दिवस कब मनाया गया?

उत्तर: 24 जनवरी 2008 को मनाया था।

प्रश्न: राष्ट्रीय बालिका दिवस कब मनाया जाता है?

उत्तर: भारत में हर वर्ष 24 जनवरी को बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है।

प्रश्न: भारत में लड़कियों की सुरक्षा के लिए अन्य क्या कदम उठाए गए हैं?

उत्तर: भारत सरकार द्वारा बालिका शिक्षा को बहुत समर्थन किया जाता है और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए कानून बनाएं और कई कदम उठाए हैं । भारत में एक और प्रमुख बालिका सशक्तिकरण आंदोलन है। (बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ)

अंतिम शब्द – 

प्रिय पाठकों इस लेख में हमने "राष्ट्रीय बालिका दिवस की जानकारी" (National Girl Child Day in Hindi) में प्राप्त की है। इसके अलावा इस लेख में हमने Essay on National Girl Child Day in Hindi | 10 Lines on National Girl Child Day के बारे में जानकारी प्रदान की है। यहां पर दी गई जानकारी प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी करने वाले छात्रों और बच्चों के लिए उपयोगी साबित होगी। यदि आप को लगाता है कि यह लेख किसी को मदद कर सकता है तो उन्हें जरुर भेजे, धन्यवाद 


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